NEWSPR डेस्क। बिहार में नालंदा के वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी के छात्र-छात्राओं ने अपनी विभिन्न मांग को लेकर अस्पताल में प्रदर्शन किया है, साथ ही वहां की ओपीडी सेवा भी ठप कर दी। वहीं ओपीडी सेवा ठप होने से मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा है। बता दें कि बुधवार को साल 2019 बैच की एमबीबीएस कर रही छात्रा व उनके पति की पावापुरी मोड़ के सामने सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। जिसके बाद विम्स के छात्र-छात्राओं ने गुरुवार को अपने 5 सूत्रीय विभिन्न मांग को लेकर ओपीडी सेवा ठप कर दी।
उनका कहना है कि 48 घंटे में मांगे पूरी होने पर वह अनिश्चितकालीन हड़ताल करने चले जाएंगे। इस दौरान सभी छात्र छात्राओं ने दिवंगत छात्रा स्वस्तिका कुमारी को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं विम्स में ओपीडी सेवा बंद रहने से मरीजों को काफी परेशानी हो का सामना करना पड़ा। मरीज एवं उसके परिजन पूरे दिन इधर उधर भटकना पड़ा।
विम्स के छात्र छात्राओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ,स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्य सचिव बिहार सरकार ,आयुक्त पटना प्रमंडल प्रधान सचिव स्वास्थ्य जिलाधिकारी नालंदा एसपी नालन्दा एवं स्थानीय थाना प्रशासन को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है। वहीँ विम्स के जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि सड़क दुर्घटना में मृतक छात्रा स्वस्तिका के स्वजनों को 5 करोड़ मुआवजा एवं परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। विम्स हॉस्पिटल जाने वाले रास्ते में ब्रेकर एवं बार कोडिंग की व्यवस्था की जाए जिससे वाहनों की गति कम हो। उन्होंने अपनी मांग में कहा कि भविष्य में पावापुरी मोड़ से गुजरने वाली फोरलेन सड़क पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जाए।