NEWSPR/DESK : झारखण्ड के जमशेदपुर के वांटेड सुधीर दुबे को झारखण्ड पुलिस ने पंजाब में गुरुवार रात छापेमारी कर उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह एक होटल में अपने साथियों के साथ ठहरा था। सुधीर दुबे मूल रूप से बिहार के बक्सर जिले का निवासी है।जमशेदपुर पुलिस को उसकी तलाश सीतारामडेरा थाना के भुइयांडीह पटेल नगर में अखिलेश सिंह के गुर्गे कन्हैया सिंह और सुधीर दुबे के साथी कल्लू राय के बीच 30 अप्रैल 2020 को हुए गैंगवार मामले में हो रही थी।वहीं उसके खिलाफ जमशेदपुर में कई मामले दर्ज है जिसमें अधिकांश मामलों में वह बरी हो चुका है। इसमें अमित राय की हत्या और उसपर फायरिंग के मामले भी शामिल हैं।बताया जा रहा है कि कुछ माह पहले टेल्को थाना की पुलिस ने सुधीर दुबे के पांच गुर्गों को गिरफ्तार किया था। जमशेदपुर से आपराधिक मामलों में बरी होने के बाद सुधीर दुबे ने गैंगस्टर से अलग होकर अलग गैंग खड़ा कर लिया है।हालांकि, जमशेदपुर पुलिस सुधीर दुबे की गिरफ्तारी की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन बिहार के बक्सर में रहनेवाले परिजनों ने गिरफ्तारी की जानकारी दे रहे हैं।
गैंगवार में कई घायल हुए थे
30 अप्रैल 2020 को गैंगस्टर अखिलेश सिंह के गुर्गे कन्हैया सिंह और कभी उसके करीबी रहे सुधीर दुबे गैंग के बीच गैंगवार की घटना हुई थी।इस घटना से आसपास के लोग सहम गए थे। ताबड़तोड़ गोलियां अपराधियों ने चलाई थी। घटना में अखिलेश सिंह के करीबी कन्हैया सिंह समेत सात गुर्गे घायल हो गए थे। संयोगवश इस घटना से एक दिन पहले जिले के तत्कालीन एसएसपी अनूप बिरथरे का तबादला हो गया था। नए एसएसपी एम तमिल वानन ने जिले में योगदान दिया था। गैंगवार की घटना को सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुधीर दुबे के करीबी कल्लू राय और उसके छह गुर्गों को गिरफ्तार किया था।
अखिलेश सिंह और सुधीर दुबे गैंग से जुड़े 30 गुर्गों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा था। दो मुख्य आरोपी हरीश सिंह और सुधीर दुबे नहीं पकड़े गए। घटना के एक साल की लंबी फरारी के बाद सुधीर दुबे पकड़ा गया।उसकी गिरफ्तारी वारंट के साथ कुर्की जब्ती वारंट जारी किए गए थे। कुर्की के लिए बिहार के बक्सर आवास पर फरारी का पोस्टर साटा गया था।