बिहार में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का प्रभाव राज्य में तेजी से बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग (IMD) ने इसको लेकर बड़ी चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, बुधवार से ही तूफान का असर कई इलाकों में महसूस किया जा रहा है, जबकि गुरुवार और शुक्रवार को इसका प्रकोप अपने चरम पर रहेगा।‘मोंथा’ बना गंभीर चक्रवाती तूफानभारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 28 अक्टूबर की सुबह ‘मोंथा’ ने गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले लिया। इसका सीधा प्रभाव बिहार के उत्तर और पूर्वी जिलों पर देखने को मिल रहा है।
विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है।किन जिलों में होगी भारी बारिशIMD के पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा और सुपौल में अति भारी बारिश की संभावना है। वहीं, सारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, सहरसा, मधेपुरा, अरवल, जहानाबाद, बक्सर, कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद में भी भारी बारिश और करीब 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं की आशंका जताई गई है।
सबसे अधिक प्रभाव 31 अक्टूबर कोगुरुवार और शुक्रवार (31 अक्टूबर) को तूफान का प्रभाव सबसे अधिक रहने की उम्मीद है। इस दौरान सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज में अति भारी बारिश की संभावना है। साथ ही, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में भी जोरदार वर्षा का अनुमान लगाया गया है। लगातार बारिश और हवाओं की वजह से राज्य के तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज हो सकती है। बादलों के छाए रहने से लोगों को ठंड और ठिठुरन का एहसास होगा।IMD और प्रशासन की अपीलमौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे गुरुवार और शुक्रवार को अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें, खुले मैदानों में जाने से बचें और बिजली के खंभों या पेड़ों के नीचे खड़े न हों।राज्य प्रशासन ने भी संभावित जलभराव और बिजली आपूर्ति में रुकावट को देखते हुए तैयारियां तेज कर दी हैं।