जब गडकरी से बोले CM नीतीश- मनमोहन ने किया था मना, पर मोदी सरकार ने माना! जानें क्या है पूरा मामला

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। पटना केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री गडकरी ने कहा है कि परिवहन मंत्रालय एक फ्लेक्सी इंजन विकल्प योजना पर काम कर रहा है, जिससे यात्री अपने पसंदीदा ईंधन विकल्प का चयन कर सकेंगे. परिवहन मंत्री ने कहा है कि आने वाले दिनों में उपभोक्ता कार चलाने के लिए पेट्रोल या इथनॉल (Ethanol) में से अपनी मर्जी से कुछ भी चुन सकते हैं.

उन्होंने यह भी बताया कि केन्द्र सरकार ने गन्ना के साथ ही मक्का और चावल से भी इथनॉल उत्पादन को मंजूरी दे दी है. देश में दो लाख करोड़ का व्यवसाय इथनॉल से हो सकता है. उन्होंने गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार से आग्रह किया कि बिहार में 100 नई फैक्ट्रियां लगाएं. इसके लिए केंद्र सरकार अनुदान देगी.

नितिन गडकरी की इस बात पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग की काफी संभावनाएं हैं. राज्य सरकार ने इसके लिए उद्योग नीति में भी बदलाव किया है. नितिन गडकरी जी ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के केंद्रीय मंत्री होने के नाते बिहार में इथनॉल उद्योग लगाने को लेकर जो सुझाव एवं सहयोग का आश्वासन दिया है, उसके लिए हम उनका धन्यवाद देते हैं.

सीएम ने कहा कि हमने अपने पहले कार्यकाल में उद्योग लगाने को लेकर तत्कालीन केंद्र की यूपीए सरकार को प्रस्ताव दिया था, जिसे अस्वीकृत कर दिया गया था. राज्य में व्यापार बढ़ा है. मुझे खुशी है कि मेरे इस कार्यकाल में केंद्र के सहयोग से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग बिहार में विकसित हो सकेगा. बिहार में उद्योग बढ़ेगा तो रोजगार भी बढ़ेगा.

सीएम नीतीश कुमार ने यह बात गुरुवार को कोईलवर पुल के लोकार्पण के मौके पर कही. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री एवं केंद्र सरकार का राज्य के विकास कार्य में सहयोग मिल रहा है. मुझे उम्मीद है कि अगले वर्ष कई पुलों एवं सड़कों का उद्घाटन आपके द्वारा होगा. बता दें कि केंद्र सरकार का मानना है कि डीजल, पेट्रोल में इथनॉल की खपत होगी तो बाहर से कम तेल आयात करना होगा. रोजगार के अवसर सृजित होंगे तो गरीबी व भुखमरी दूर होगी.

 

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