पटना: वरिष्ठ राजद नेता शिवानंद तिवारी ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने मंगलवार को लिखा कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रतिपक्ष ही नहीं सवाल उठा रहा है बल्कि सरकार के नेता, विधायक, मंत्री तथा वरीय पदाधिकारी, सब लोग मिलकर राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को अविश्वसनीय करार दे रहे हैं।
उन्हाेंने कहा कि सरकार से तथा स्वास्थ्य मंत्री से हम जानना चाहते हैं कि अगर बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी मजबूत, कुशल और सक्षम है तो ताकतवर और रसूखदार लोग सरकारी अस्पतालों में अपने संक्रमण का इलाज करने के लिए क्यों नहीं दाखिल हो रहे हैं? नालंदा अस्पताल तो कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए सरकार द्वारा नामित है। सरकार के मंत्री या पदाधिकारी वहां क्यों नहीं जा रहे हैं ?
अभी तक की खबरों के अनुसार कोई भी मंत्री या वरीय पदाधिकारी न तो नालंदा अस्पताल और न ही पीएमसीएच और न आईजीएमएस में अपने करोना संक्रमण के इलाज के लिए दाखिल हुआ है। समाचारों के अनुसार आईजीएमएस के डायरेक्टर भी अपने इलाज के लिए एम्स में ही दाखिल हैं। अब स्वास्थ्य मंत्री ही बताएं कि अगर उन्होंने सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पंद्रह वर्षों के शासनकाल में इतना सशक्त और कुशल बना दिया है तो बड़े लोग अपनी सरकार के अस्पतालों पर भरोसा क्यों नहीं कर रहे हैं?