NEWSPR डेस्क। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को साफ कह दिया कि वो डॉक्टरों की जिद्द के आगे नहीं झुकेंगे। तेजस्वी ने कहा कि सरकार जनता के लिए है। जनता ने हमें चुना है। एनएमसीएच के डायरेक्टर निलंबन वापस नहीं होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्ट्रीय आईएमए और बिहार IMA ये जो संगठन है, वो डॉक्टर के लिए बने हैं। तो वो डॉक्टर का ही पक्ष रखेंगे। लेकिन जो गलत डॉक्टर है उसको तो प्रमोट नहीं करेंगे ना।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने IMA पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक को यह नहीं पता कि अस्पताल में डेंगू वार्ड कहां है, आप उसका पक्ष रख रहे हैं। तो जिसको जहां जाना है, जिस स्तर पर जाना हैं, जाएं। हम जनता के लिए हैं। जनता ने हमें चुना हैं। यह सरकार जनता की सरकार है।
मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोग जनता के लिए काम करने के लिए बैठे हैं, किसी और के लिए नहीं। पांच-10 साल से बिहार के करीब 700 डॉक्टर ड्यूटी से गायब हैं। 705 डॉक्टर की लिस्ट आई है, जो कई सालों से अपनी ड्यूटी से गायब हैं। क्या एक बार भी डॉक्टरों के एसोसिएशन ने एक बार भी बोला कि ऐसे डॉक्टर पर कार्रवाई कीजिए। वो तो हम आकर कार्रवाई कर रहे हैं। राजद नेता ने कहा कि ईमानदारी से काम करेंगे तो उनको इनाम दिया जाएगा, जो काम में लापरवाही करेगा तो उसकेखिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल तेजस्वी यादव ने बीते शुक्रवार को NMCH के अधीक्षक डॉक्टर बिनोद कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया था। बिनोद सिंह पर कार्य में लापरवाही, अपने कर्तव्यों का सही से निर्वहन नहीं करने, प्रशासनिक अक्षमता और विभागीय निदेशों की अवेहलना करने का आरोप है। वहीं डॉ बिनोद कुमार सिंह के निलंबन से IMA नाराज है। एनएमसीएच अधीक्षक के निलंबन पर राष्ट्रीय आईएमए और बिहार IMA ने सवाल खड़े करते हुए सरकार से फैसले पर पुर्विचार की अपील की है। डॉ बिनोद सिंह ने कहा कि सरकार का यह फैसला पूरी तरह से गलत है, बिना नोटिस दिए निलंबन करना पूरी तरह से गलत है। सरकार अपने फैसले पर विचार करें नहीं तो वह कोर्ट की शरण लेगें।