NEWSPR डेस्क। भागलपुर में पिछले एक सप्ताह से न्याय की आस में दर-दर की ठोकर खा रही महिला जिले के एसएसपी के पास पहुंची। महिला एसएसपी बाबूराम के आवास पहुंची और न्याय की मांग की। महिला का कहना है कि उसके बेटे और भाई को झूठे केस में फंसाया जा रहा है। जिसको लेकर उसने आवेदन देकर पूरे मामले की फिर से जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही भाई यशवंत के द्वारा दिए गए आवेदन में यह भी बताया गया है कि बुद्धूचक थाना के एएसआई विजय कुमार सिंह के द्वारा केस कमजोर करने के लिए उनसे 6200 रुपए की मांग की गई थी। जिससे उसके भाई का आसानी से बेल कोर्ट से हो सके। जिसका ऑडियो क्लिप भी आरोपी के भाई के पास मौजूद है।
दरअसल 16 नवंबर को भागलपुर के बुद्धूचक थाना क्षेत्र के एकडारा गांव से एक नाबालिक बच्ची जो मैट्रिक की स्टूडेंट थी शौच जाने के बहाने घर से फरार हो जाती है। उस मामले में नाबालिग के परिजनों के द्वारा गांव के ही प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक जसवंत को छात्रा को बहला-फुसलाकर गायब करने के साजिशकर्ता के रूप में मामला दर्ज कराया गया था। जिसके बाद 23 जनवरी को जसवंत को बुद्धू चक्का पुलिस के द्वारा उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपी के बड़े भाई यशवंत ने बताया कि वह पटना में रहकर मॉल में काम करता है ,और उसका भाई पढ़ने में बहुत तेज है। मैट्रिक में वह ब्लॉक का टॉपर रहा चुका था और अभी वह टीएनबी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। साथ ही आरोपी के भाई ने बताया कि उसके भाई को झूठे केस में पुलिस के द्वारा फंसाया गया है और पैसे की उगाही के लिए रुपए की मांग भी की गई थी। जिसका ऑडियो उसके पास है। हालांकि सीनियर एसपी ने पूरे मामले को गंभीरता से सुनने के बाद कहलगांव एसडीपीओ से जसवंत के परिजनों को मिलने की बात कही।
भागलपुर से श्यामानंद की रिपोर्ट