NEWSPR डेस्क। राजधानी पटना में आज विश्व गौरैया दिवस मनाया गया। संजय गांधी जैविक उद्यान में इस मौके पर कबाड़ से जुगाड़ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। 20 मार्च को हर साल विश्व गौरैया दिवस के रुप में मनाया जाता है। वहीं इस बार की थीम ‘आई लव स्पैरो’ (I LOVE SPARROW), रखी गई है। कार्यक्रम में बच्चों ने भाग लिया। सभी ने गौरेया को लेकर बनाई प्रदर्शनी दिखाई। कार्यक्रम के माध्यम से लोगों से अपील किया गया कि कबाड़ की मदद से पक्षियों के लिए घोंसला बनाए।
बता दें कि यह दिवस लोगों में गौरेया के प्रति जागरुकता बढ़ाने और उसके संरक्षण के लिए मनाया जाता है। बढ़ते प्रदूषण सहित कई कारणों से गौरैया की संख्या में काफी कमी आई है और इनके अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। विश्व गौरैया दिवस मनाने का एक उद्देशय यह भी है कि हमारे युवाओं प्रकृति के प्रति उत्साही, लोगों को गौरैया से प्रेम करने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
गौरैया का वैज्ञानिक नाम पासर डोमेस्टिकस है। यह पासेराडेई परिवार का हिस्सा है। विश्व के विभिन्न देशों में यह पाई जाती है। यह लगभग 15 सेंटीमीटर के होती है मतलब बहुत ही छोटी होती है। शहरों के मुकाबलों गांवों में रहना इसे अधिक पसंद है। इसका अधिकतम वजन 32 ग्राम तक होता है। यह कीड़े और अनाज खाकर अपना जीवनयापन करती है।