NEWSPR डेस्क। 17 मई बिहार के नालंदा में एंबुलेंस की जगह नगर निगम के ठेले पर कोरोना संक्रमित व्यक्ति के शव को मुक्ति धाम लेकर पहुंचे। वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि पीपीई किट पहने निगम कर्मी शव को चादर से ढंककर ले जा रहे हैं। वीडियो 13 मई का बताया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद रविवार को जलालपुर सेवा समिति द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस मामले में वार्ड पार्षद द्वारा दाह संस्कार के नाम पर धोखाधड़ी व ठगी करने का आरोप लगाया है। नालंदा के सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार ने कहा, “मुझे बताया गया है कि शव को एक ठेले पर ले जाया गया था, मैं इसकी जांच करवाऊंगा और कार्रवाई की जाएगी।”
वीडियो जारी करने वाले युवक ने बताया कि 13 मई को सोहसराय थाना इलाके के जलालपुर मोहल्ले में किराए के मकान पर रह रहे एक युवक मनोज कुमार उर्फ गुड्डू की मौत कोरोना के कारण हो गई। मौत के बाद निगम कर्मियों द्वारा शव को चादर से ढंककर ठेले पर ले जाया गया था। जलालपुर सेवा समिति द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस मामले में वार्ड पार्षद द्वारा दाह संस्कार के नाम पर धोखाधड़ी व ठगी करने का आरोप लगाया गया। बताया गया है कि स्वर्गीय बजरंगी हलवाई के पुत्र मनोज कुमार उर्फ गुड्डू की मौत कोरोना के संक्रमण से हुई है।
मौत के बाद वार्ड पार्षद द्वारा यह बताया गया कि कोरोना काल में किसी की मौत हो जाने पर अगर उसका अंतिम संस्कार परिजन द्वारा नहीं किया जाता है तो निगम की टीम द्वारा उसका दाह संस्कार किया जाता है। इसके लिए 22 हजार रुपए लगते हैं। काफी देर तक शव मोहल्ले में रहने के कारण मोहल्ला वासियों के प्रयास से मृतक के मामा द्वारा लगभग साढ़े 16 हजार रुपए देने के बाद शव को ठेले से ले जाया गया।