NEWSPR डेस्क। कोतवाली पुलिस ने बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 15 चोरी की गई मोटरसाइकिल बरामद किया है. वही एक व्यक्ति अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। बता दें कि कोतवाली में बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस अधीक्षक अभय सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि दिनांक 17.11.2022 दौराने वाहन चैकिंग के दौरान एक मोटर साईकिल को रुकवाया। तो चालक के द्वारा तेजी से ब्रेक मारकर वाहन को उल्टी दिशा में ले जाने का प्रयास करने पर वाहन फिसलकर गिर गया.
जिसमें तीन व्यक्ति सवार थे और तीनों व्यक्तियों को कोतवाली लाकर जब उनसे सख्ती से पूछताछ करने पर उक्त चाहन थाना कोतवाली काशीपुर में एफआईआर नम्बर 684 / 2022 धारा 379 भादवि से सम्बन्धित हीरो मोटर साईकिल पाया गया। अभियुक्त गणों को थाने लाकर नियमानुसार पूछताछ करने पर व्यक्तियों ने अपने नाम लखविन्दर उर्फ लक्खू तथा नईम उर्फ अरसी, सिनगर व मेहर आलम और शिवम बताया। उनके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर अक्सर सण्डे बाजार व जहाँ जहाँ हॉट लगती है वहाँ से खासकर होण्डा कम्पनी की मोटर साईकिल चोरी करना.
चोरी की मोटर साईकिलों को छिपाना तथा मौका देखकर मोटर साईकिलों को छोटे छोटे – पार्टसों में खोलकर पार्टसों को महंगे दामों पर बेचना तथा आस-पास के क्षेत्रों में डिमाण्ड के अनुसार मोटर साईकिलें सप्लाई करने की बात बतायी गयी। और अभियुक्त गणों की निशानदेही पर छापेमारी की कार्यवाही के दौरान गिरोह के दो सदस्य अमन व शिवम को गिरफ्तार किया गया. तथा इनका एक साथी पंकज मौके से अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गया।
तथा मौके पर 13 मोटर साईकिलें विभिन्न कम्पनियों व एक मोटर साईकिल कटी हुयी कुल 14 मोटर साईकिलें बरामद हुई. जिसमें से तीन मोटर साईकिलें कोतवाली काशीपुर के अभियोगों से सम्बन्धित व एक मोटर साईकिल थाना आईटीआई से सम्बन्धित है। अभियोग में धारा 411 /414 भादवि तथा 41 /102 सीआरपीसी की वृद्धि की गयी। अभियुक्तगण शातिर प्रवृत्ति के वाहन चोर है जो पूर्व में भी कई बार चोरी आदि अपराधों में जेल जा चुके है।
अभियुक्तगण लम्बे समय से गैंग बनाकर काशीपुर, कुण्डा आईटीआई जसपुर बाजपुर आदि क्षेत्रों से आम रास्तें दुकान, हॉट बाजार में खड़ी मोटर साईकिल चोरी कर उसे अपने गैंग के मोटर मकैनिक साथियों की मदद से कटवाकर धन-अर्जन कर आपस में पैसे का बटवारा करते थे। अभियुक्त गणों ने पूछने पर बताया कि वह अधिकतर हीरों कम्पनी की सप्लेंडर गाडियों को निशाना बनाते थे क्योकि इसका लॉक आसानी से टूट जाता है। जिनके विरुद्ध थाना कोतवाली काशीपुर व अन्य थानों में भी अभियोग दर्ज है।