NEWSPR डेस्क। पटना शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे पटना पहुंचे हैं। वह विपक्षी एकता को मजबूत करने और भाजपा के साथ अपनी लड़ाई तेज करने को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे।आदित्य ठाकरे के साथ शिवसेना सचिव अनिल देसाई और शिवसेना के सांसद और उप नेता प्रियंका चतुर्वेदी सहित कई पदाधिकारी इस मौके पर मौजूद हैं। इस मुलाकात से राजद में भी काफी उत्साह है।
शिवसेना की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने बताया कि आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव की यह मुलाकात काफी अहम है। दोनों नेता युवा है। और दोनों लीडर्स में आगे की राजनीति की पूरी संभावना है। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अब देश आगे बढ़ा है। राजनीति आगे बढ़ी है। तो पुरानी बातों को भूल कर नए स्तर पर राजनीति करनी चाहिए। आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव अपनी-अपनी क्षेत्र के युवा नेता है। दोनों की सोच और काम करने का तरीका आधुनिक होगा। बताया जा रहा कि तेजस्वी यादव की शादी के बाद आदित्य ठाकरे उनके लिए उद्धव ठाकरे का शुभकामना संदेश भी लेकर आए हैं। शिवसेना की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि वह ढाई से 3 घंटे पटना में रहेंगे। दोपहर का भोजन आदित्य ठाकरे तेजस्वी यादव के साथ करेंगे।
आदित्य ठाकरे के मुलाकात पर आरजेडी के प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा कि दोनों नेता युवा हैं। एक उम्र के हैं। जाहिर सी बात है उनकी सोच भी एक जैसी है। देश में आगे की राजनीति कैसे हो। विपक्षी एकता कैसे मजबूत हो। इस पर चर्चा होगी। तेजस्वी यादव ने आदित्य ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी सहित सभी नेताओं का स्वागत किया। आदित्य ठाकरे ने तेजस्वी यादव को मराठी शॉल दिया। साथ ही शिवाजी महाराज की छोटी मूर्ति दी। तेजस्वी यादव ने मिथिला पेंटिंग की चादर आदित्य ठाकरे को भेंट किया और लालू यादव पर लिखी दो किताबें दीं।
ऐसा पहली बार होगा जब ठाकरे परिवार और लालू यादव का परिवार एक साथ इस तरह से मुलाकात करेंगे। इससे पहले शिवसेना ने महाराष्ट्र के अंदर उत्तर भारतीयों के खिलाफ राजनीति की थी। इसी वजह से लालू यादव भी शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे को पसंद नहीं करते थे। लेकिन अब राजनीति आगे बढ़ी है तो दोनों युवा नेता आज आपस में मिलेंगे तो आगे के लिए देश की राजनीति तय करेंगे। हालांकि आदित्य ठाकरे के इस दौरे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात का शेड्यूल तय नहीं है।
आदित्य ठाकरे के पटना में तेजस्वी यादव के मुलाकात को लेकर भाजपा ने कड़ा रिएक्शन दिया है। भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि आदित्य ठाकरे आ जाएं या उद्धव ठाकरे आ जाएं, कोई फायदा नहीं होने वाला है। इससे पहले मुख्यमंत्री भी तमाम विपक्षी नेताओं से मिल चुके हैं। उनको किसी ने तरजीह नहीं दी। तेजस्वी यादव तो अपने पिता की राजनीति से विपरीत राजनीति कर रहे हैं। लालू यादव ने शिवसेना की राजनीति को नकार दिया था। अब उनके खिलाफ तेजस्वी यादव जा रहे हैं। तेजस्वी यादव सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं। तेजस्वी यादव की राजनीति बिहार की जनता देख रही है।