NEWSPR डेस्क। पूरे देश में हथियारों की मंडी के नाम से प्रचलित बिहार का मुंगेर अब हाईटेक हो गया है. कोरोना काल के बाद जिस प्रकार पूरा का पूरा बाजार ऑनलाइन मार्केटिंग पे टिक गया जहां आप कपड़े से लेकर आभूषण और इलेक्ट्रिक सामान के साथ घर के सब्जी तक ऑनलाइन मार्केटिंग के माध्यम से मंगाने लगे हैं. वैसे ही हथियारों की इस मंडी में भी डिलिवरी का कंसेप्ट बदल गया है. अब मुंगेर के अवैध हथियारों की खरीद-बिक्री ऑनलाइन मोड में ज्यादा हो रही है.
इस मंडी को सोशल मीडिया साइट्स जैसे यूट्यूब, फेसबुक के साथ-साथ इंस्टागार्म के माध्यम से बिजनेस के लिये तैयार किया गया है. आजाद ग्रुप मुंगेर नाम से एक समूह हथियारों की ऑनलाइन बुकिंग कर रहा है. इस ग्रुप में तरह-तरह के हथियारों के फोटो और वीडियो डाल प्रदर्शित किया जा रहा है, जिसमें यह भी लिखा जा रहा कि लेना हो तो कॉन्टेक्ट करें ताकि लोग उसे देख सकें और ऑनलाइन ऑर्डर करें जिसके बाद हथियारों की ऑफ लाइन डिलिवरी की जाती है. इस बात का खुलासा दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने भी हालिया के दिनों में किया था.
इस ग्रुप का संचालन कहां से हो रहा है, कौन इसे संचालित कर रहा है इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है. हालांकि मुंगेर पुलिस के पास इस प्रकार की कोई सूचना नहीं है कि ऐसा कोई ऑनलाइन पोर्टल है जिससे हथियारों की खरीदारी हो रही है. इस बात को ले जब मुंगेर के आर्म्स एक्सपर्ट सह वरिष्ठ पत्रकार और मुंगेर रायफल एसोसिएशन के सचिव अवैधेश कुमार जो यूट्यूब के माध्यम से युवाओं की लीगल हथियारों के विषय और शूटिंग से जुड़ी बातों को बताते हैं से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह मुमकिन है कि हथियार तस्कर अब हाईटेक हों.
इस तरह के साइट बना वो अपने काले कारोबार के आगे बढ़ाने में जुटे हुए हैं. जिस प्रकार मुंगेर पुलिस के द्वारा मुंगेर से अवैध हथियारों के कारोबारियों को जड़ से उखाड़ने का कार्य किया गया है, अब हथियार तस्कर पुनः इसे स्थापित करने को ले सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. ये माध्यम आने वाले दिनों में पुलिस के लिए एक चुनौती पेश कर सकता है.