NEWSPR डेस्क। पटना कभी ठनक में रहने वाले आईपीएस आदित्य कुमार की मुश्किलें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। दो दिन पहले कोर्ट ने आदित्य कुमार के अग्रिम जमानत को खारिज कर दिया है और वह कानूनन तौर पर फरार चल रहे हैं। आईपीएस आदित्य कुमार सिर्फ फर्जीवाड़ा ही नहीं किया है बल्कि भ्रष्टाचार में लिप्त हो अकूत सम्पत्ति भी खड़ा किया हैं। एसवीयू की टीम ने आदित्य कुमार के पटना, गाजियाबाद, मेरठ के तीन ठिकाने पर एक साथ रेड डाला हैं। प्रथम दृष्टा में आईपीएस आदित्य कुमार के पास 1.38 करोड़ रूपये आय से अधिक का सबूत मिला हैं।
अवैध शराब के तस्करी के आरोप में गया जिले के एसएसपी आदित्य कुमार को पदमुक्त कर दिया गया था। मलाई का मजा चख चुके आदित्य कुमार ने अपने आरोपों से मुक्त होने के लिए अभिषेक कुमार का सहारा लिया और उसे फर्जी चीफ जस्टिस बनाया और ट्रेनिंग तक दिया। अभिषेक अग्रवाल की कलाकारी ने थोड़ी राहत तो जरूर दिया लेकिन वहीं कलाकारी गले की फांस बन गयी। नये जिले के आस में आईपीएस आदित्य कुमार ने नटरवलाल अभिषेक अग्रवाल को खूब भंजाना चाहा लेकिन फंस गया और मामले की जांच ईओयू को दे दिया गया।
एडीजी नैय्यर हसनैन खां ने तेज तरार्र पुलिस पदाधिकारियों को लगाया और किसी को भनक तक नहीं लगा और जुड़े लोग गिरफ्त में आ गये। नटवरलाल अभिषेक अग्रवाल के अरेस्ट होते ही उसके मोबाइल की जांच हुई तो सबकुछ स्पष्ट हो गया और आईपीएस आदित्य कुमार मास्टर माइंड निकले।
आईपीएस आदित्य कुमार गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे हैं। कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दिया हैं। इधर विशेष निगरानी इकाई ने आईपीएस आदित्य कुमार के सम्पत्ति की जांच किया तो 1.38 लाख रूपये आय से अधिक पाया गया। बुधवार को एसवीयू की टीम ने आधा दर्जन डीएसपी के नेतृत्व में पटना स्थित सगुना मोड़, यूपी के गाजियाबाद स्थित फ्लैट, यूपी के मेरठ स्थित सुभाष नगर में रेड किया हैं। यह छापेमारी देर शाम तक चलने के उम्मीद हैं। आईपीएस आईपीएस कुमार ने अपने नौकरी सेवा में भ्रष्टाचार में लिप्त हो कई आवासीय कीमती भूखंड खरीद किया है साथ ही हीरे -सोने -चांदी के आभूषण, कई बैंकों व जीवन बीमा में निवेश कर रखा हैं। इसके अलावा कई ठेकेदार, शराब,बालू माफिया से साठगांठ के सबूत मिले हैं।