NewsPRLive– हत्या मामलें में महिला मुखिया, उनके पति तथा कुख्यात पुत्र , सहित 12 आरोपी को आजीवन कारावास की सजा । जिला में पहली बार एससी-एसटी के मामले में 12 आरोपी सजावार ,वर्ष 2019 में धरहरा के सारोबाग गांव में शत्रुघ्न तांती की हुई थी हत्या । तांती परिवार में रह -रहकर हुई तीन हत्या । आरोपियों के समर्थक की भीड़ उमड़ी थी न्यायालय में,सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजामात ।
मुंगेर में व्यबहार न्यायालय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम सह एससी-एसटी के विशेष न्यायाधीश गुंजन पांडेय के कोर्ट ने धरहरा थाना कांड संख्या 21/2019 में शुत्रधन तांती के हत्या मामले में ऐतिहासिक निर्णय सुनाई । एससी-एसटी के विशेष न्यायाधीश गुंजन पांडेय ने सारोबाग की मुखिया अमेरिका देवी ,उनके पति रामाधार यादव एवं उनके पुत्र कुख्यात राणा यादव सहित 12 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई,आपको बताते चलें कि जिला में पहली बार एसटी-एसटी के हत्या के मामले में एक साथ 12 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है । कोर्ट ने अभियोजन एवं बचाव पक्ष की ओर से पांच वरीय अधिवक्ताओं के दलील सुन अपना फैसला सुनाया ।न्यायालय ने 12 आरोपियों को हत्या करने ,अपराधिक षड्यंत्र रचने, आर्म्स एक्ट एवं एससी -एसटी के विभिन्न धाराओं में सजा सुनाई । सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी ।
आरोपियों को अधिकतम आजीवन कारावास की सजा काटनी होगी । इसके आलावा न्यायालय ने दस -दस हजार रूपये का अर्थदंड भी लगाया ।अभियोजन पक्ष से एससी-एसटी के विशेष एपीपी हरि नारायण प्रसाद ने बहस में भाग लिया । दोपहर से ही आरोपियों के समर्थक न्यायालय में आने लगे थे, निर्णय सुनाने के वक्त न्यायालय में काफी संख्या में भीड़ थी जिसको लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए थे ।
दरअसल वर्ष 2009 में रेलकर्मी बंमबम तांती की हत्या की हत्या के बाद उसकी विधवा पत्नी पूजा कुमारी से कुख्यात राणा यादव ने शादी कर ली और उसके पति के जगह पर रेल में नौकरी लगाने को ले राणा यादव ने प्रयास में था। पर मृतक के भाई पवन तांती ने रेलवे को पत्र लिख उसकी दूसरी शादी की सूचना दी जिस कारण पूजा की रेल में नौकरी नहीं लग पाई। और जिसको ले पवन तांती की भी हत्या वर्ष 2018 में कर दी गई और इस हत्या कांड में गवाह मृतक के चाचा शत्रुधन तांती बना जिसको रास्ते से हटाने के लिया 18 जनवरी 2019 के गोलियों से छलनी कर उसकी हत्या कर दी गई थी । इस हत्या कांड में धरहरा थाना क्षेत्र के सारोबाग कि मुखिया उसके पति और पुत्र सहित 12 अन्य अभियुक्तों को हत्या का आरोपी बनाया गया था।