NEWSPR डेस्क। गया कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेजी से अपना पांव पसार रहा है। चीन, जपान और अमेरिका के बाद अब यह नया वैरियंट देश और उसके राज्य में भी तेजी से आना शुरू हो गया है। इसी कड़ी में ताजा मामला बिहार से जुड़ा हुआ है। यहां गया में पांच लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, इन पांच में से कोई भी भारत के रहने वाले नहीं बताए जा रहे हैं। इनमें से तीन लोग इंग्लैंड तो दो लोग म्यांमार के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
दरअसल, बिहार के गया में इन दिनों कालचक्र पूजा का आयोजन करवाया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से तिब्बती आध्यात्मिक बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा शामिल हुए हैं। यह अगले एक महीनों तक गया में रहने वाले हैं। यही, इनके बिहार आगमन और इस पूजा को लेकर काफी बढ़ी संख्या में इस धर्म के अनुयायी का जमावड़ा बोधगया में लग रहा है। जिसमें विदेशी लोग भी शामिल हो रहे हैं। इस को लेकर यहां स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है।
मिली जानकारी के अनुसार, बोधगया के कालचक्र पूजा में स्वास्थ्य विभाग को यह सुचना मिली कि, यहां 33 लोगों को सर्दी खांसी की शिकायत है। जिसके बाद विभाग द्वारा सभी का आरटीपीसीआर जांच कराई गई, जिसमें पांच की रिपोर्ट संक्रमित आई है। ये सभी 33 यात्री गया एयरपोर्ट पर 20 दिसंबर को बैंकॉक से आए थे। संक्रमित में तीन इंग्लैंड के रहने वाले हैं। जिन्हें बोधगया के एक निजी होटल में मेडिकल कीट देकर होम आइसोलेट कर दिया गया है, वहीं एक म्यांमार का रहने वाला था जो दिल्ली रवाना हो चुका है।
गौरतलब हो कि, बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा एक महीने के प्रवास पर हैं। उनका तिब्बत मंदिर में आवासन स्थल बनाया गया है. आगामी 29 दिसंबर से 31 दिसंबर तक कालचक्र मैदान में प्रवचन देंगे। उनके प्रवचन में शामिल होने के लिए 50 से अधिक देशों से विदेशी पर्यटक, बौद्ध अनुयायी और बौद्ध लामाओ ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। ऐसे में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर बोधगया में आयोजित प्रवचन में मास्क को अनिवार्य का एडवाइजरी डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने किया है।