एक तरफ सरकार बिहार में शराब बंदी को लेकर लगातार सख्त रुख अख्तियार करते हुए नए नए निर्देश जारी कर रही है. शराब बंदी को पूर्णतः सफल बनाने के लिए पूरी पुलिस तंत्र के साथ ही एक्साइज विभाग के साथ साथ ए एल टी एफ की टीम को लगा रखी है तो दूसरी ओर पुलिस महकमा ही शराब बंदी कानून की धज्जियां उड़ा रहे है. मामला जिले के महुआ थाना से निकल कर सामने आया है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है.
बताते चले कि महुआ थाना परिसर में कोर्ट के आदेश पर पुलिस द्वारा पकड़ी गई शराब को बीते 21जनवरी को विनष्ट किया जा रहा था. विनष्टिकरण में लगे मजदूरों को मजदूरी के रूप में पकड़ी गई जहरीली शराब ही पुलिस द्वारा दे दिया गया.
वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है. किस तरह एक मजदूर अपने जैकेट में शराब की बोतल छुपाकर ले जा रहा है वही एक मजदूर साफ साफ कहते सुना जा रहा है की काम के बदले मिली शराब की बोतल को कपड़े में छुपाकर ले जा रहा है.
अब देखना यह है की वायरल वीडियो की सच्चाई को लेकर वरीय पुलिस प्रशासन कितनी संजीदा है. क्या सरकार सिर्फ शराब पकड़ने की कार्रवाई करने का निर्देश जारी कर रखी है या शराब के विनष्टीकरण के लिए फंड की भी व्यवस्था कर रही है.यह तो पुलिस अधिकारी ही बता सकते है. बहरहाल वायरल वीडियो को लेकर पूरे महुआ थाना क्षेत्र में पुलिस के कार्यशैली पर तरह तरह के सवाल उठ रहे है.