मोहनिया थाना क्षेत्र के एक गांव की रहनेवाली युवती ने गांव के ही कुछ बदमाशों के खिलाफ जान से मारने की धमकी और छेडखानी करने के मामले में पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगायी है। दिये गये आवेदन में युवती ने बताया कि जब भी पठन पाठन या कार्यवश घर से निकलती हूं तो हमारे गांव के ही कुछ आवारा लोग हमदोनों बहनों को करीब पांच साल से अभद्र टिपण्णी, गंदी बात बोलते रहते हैं। हिम्मत करके विरोध करने पर घर में घुसकर माता पिता परिजन को गोली से उडा देने की धमकी देते है। पहले भी मेरे पिता को जान से मारने की धमकी दिया गया है। जिसका सनहा मोहनिया अनुमंडल कार्यालय में दी हूं। मेरे पिता इनलोगों के गलत व्यवहार से तंग आकर प्रतिष्ठा बचाने के लिए बाहर में मजदूरी का कार्य करके हमसब का पालन पोषण करते हैं। आवेदन में बतायी है कि 15 मार्च दिन बुधवार को समय आठ बजे सुबह आ रहे थे कि रोड पर हमारे गांव के मनीष पासी, विमलेश पासी ने मेरा दुपट्टा खींच दिया और मेरे द्वारा विरोध करने पर भद्दी भद्दी गाली देने लगा। कुछ आगे जाने पर परिवार परिजन को घर में घुसकर जान से मार देने का धमकी देते हुए हथियार दिखाकर ईंट पत्थर मारने के उद्देश्य से चलाने लगे। इसका रिकॉर्डिंग एवं फोटो मेरे पास साक्ष्य के रूप में उपलब्ध है। पीडिता ने गांव के अन्य लोग विपिन चौधरी, सोनू चौधरी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है।
अब देखना यह होगा कि जिस राज्य में सुबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेटियों की सुरक्षा व रक्षा के लिए करोड़ों खर्च करते हैं क्या उनकी पुलिस न्याय दिलाने में कितना कारगर साबित होती है ये तो आने वाला समय ही बता पाएगा।