नगर परिषद भभुआ के कार्यपालक अभियंता दिनेश दयाल लाल के मनमानी रवैया से परेशान नगर परिषद अध्यक्ष विकास तिवारी उर्फ बबलू तिवारी, वार्ड पार्षद और वार्ड पार्षद प्रतिनिधियों ने नगर परिषद भभुआ कार्यालय के मेन गेट पर तालाबंदी कर दिया. नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश दयाल लाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू हो गई. जिसमें पैसे का दुरुपयोग बंद करो, शहर में बिना टेंडर के सैरात की वसूली बंद करो, अवैध तरीके से खरीदी गई स्कॉर्पियो गाड़ी वापस करो सहित कई नारे लोग लगा रहे थे..
यहां तक कि कार्यपालक पदाधिकारी के संपत्ति जांच की भी मांग वार्ड पार्षद अध्यक्ष और पार्षदों द्वारा किया जा रहा है.
नगर परिषद भभुआ के कार्य पालक पदाधिकारी पर लगातार इस तरह के आरोप नगर परिषद अध्यक्ष और वार्ड पार्षदों द्वारा लगाया जा रहा. तालाबंदी की सूचना पर मौके पर पहुंचे भभूआ एसडीएम साकेत कुमार और भभुआ डीएसपी सुनील कुमार सिंह, पार्षद और कार्यपालक पदाधिकारी दोनों से वार्ता कर गेट के ताला को खुलवाया और नगर परिषद चेयरमैन के द्वारा दिए गए आवेदन पर जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया.
लगभग 2 से ढाई घंटे तक इस दौरान गेट में ताला हा और कामकाज ठप रहा. इसके पहले भी भभुआ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार को लेकर प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है.
जानकारी देते हुए नगर परिषद भभुआ के अध्यक्ष विकास तिवारी उर्फ बबलू तिवारी ने बताया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश दयाल लाल द्वारा शहर में काफी गलत और मनमाने तरीके से कार्य को कराया जा रहा है, इसके खिलाफ हम लोग अनिश्चितकालीन धरना पर कार्यालय में तालाबंदी करते हुए बैठे हुए हैं, इनके द्वारा शहर में अवैध वसूली कराई जा रही है जिसका ना तो टेंडर हुआ है ना बोर्ड में पास हुआ है. इसके साथ ही बिना किसी के जनकारी के बड़ा जेसीबी मशीन की खरीदारी कर ली गई है जिसकी आवश्यकता भी नहीं है. हम लोगों के शहर की नालीयां छोटे जेसीबी मशीन से साफ होती है, इतना ही नहीं वह अपने लिए एक स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर आए हैं उस गाड़ी से वह अपना निजी कार्य करते हैं, जब उसका लॉग बुक मांगा जाता है तो वह भी नहीं दिखाते. सड़क बनाने के लिए पैसे को इनके द्वारा गलत तरीके से नाली बनाने में दे दी गई जो सरासर गलत है. हम लोग इनके संपत्ति जांच का मांग करते हैं. इनके मनमानी रवैया से लोग परेशान हैं.
भभुआ एसडीएम साकेत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया सभापति महोदय का ही ऑफिस है इसमें तालाबंदी नहीं करना चाहिए, इनके द्वारा आवेदन मिला है जो भी आरोप है उससे संबंधित आवेदन मिला है उस पूरे प्रकरण का जांच कराया जाएगा. जो भी दोषी होगा करवाई होगी, अभी जांच को लेकर समय बताना उचित नहीं है लेकिन जो भी मामला है पूरे प्रकरण का जांच कराकर करवाई किया जाएगा।