भागलपुर आपने किताबों में हीरा मोती दो बैलों की कहानी तो सुनी ही होगी, उन दोनों की कहानी काफी रोचक और लोकप्रिय है, आपको कई अन्य जगहों पर भी ऐसी कई कहानियां मिल जाएंगे जिसमें इंसान और जानवरों की दोस्ती एक मिसाल बन गई है। हाल ही में आपने सोशल मीडिया पर यूपी के आरिफ की भी कहानी खूब सुनी होगी जो सारस के साथ काफी चर्चा में आए थे, ऐसी ही एक कहानी भागलपुर से भी सामने आ रही है जहां भागलपुर के एक युवक के साथ भागलपुर की सड़कों पर पालतू तोते बाइक से फर्राटे भरते देखे जा रहे हैं । कहते हैं ना जब इंसान और जानवरों की दोस्ती होती है तो वह एक अलग मिसाल बन जाती है।
यूपी के आरिफ के बाद अब भागलपुर के कलीम की तोते के साथ जुगलबंदी चर्चा का विषय बन गया है, कलीम जो भागलपुर के बिजली विभाग के कर्मचारी कुप्पाघाट मायागंज निवासी भागलपुर की सड़कों पर अपने कंधे पर तोते को बैठाकर बाइक से फराटे भरते हैं इन दोनों की दोस्ती देख सभी हैरान हैं, भागलपुर के कलीम की तोते से जबरदस्त जुगलबंदी काफी चर्चा में है ,वह अपने कंधे पर तोते को बैठाकर हर दिन बाइक की सवारी कराता है, सबसे बड़े ताज्जुब की बात यह है कि उसके कंधे से उसका तोता उड़ता नहीं है बल्कि उनके कंधे पर हर वक्त बैठा रहता है, यह तोता कलीम की हर एक बातों और इशारों को बखूबी समझता है और कलीम भी तोता की हर बातों इशारों को बारीकी से जान लेता है। भागलपुर मायागंज के कुप्पाघाट का रहने वाला मोहम्मद कलीम ने बताया कि 5 महीने पहले जब मैं अपने ऑफिस से अपने घर लौटा तो हमारे बच्चों ने बताया कि एक घायल तोता अपने छत पर है जब जाकर मैंने देखा तो सचमुच तोता घायल था उसका हम लोगों ने मिलकर इलाज किया इस एक महीने की सेवा करने के बाद तोता हम लोगों से इस कदर घुल मिल गया कि अब वह हम लोगों को छोड़कर कहीं जाता ही नहीं है, खाना पीना भी हम लोगों के साथ ही खाता है अब वह हम लोगों को छोड़कर कहीं नहीं जाता है तकरीबन 5 महीने से हम लोगों के साथ हैं और हम लोगों ने उस तोते का नामकरण भी कर दिया उसका नाम रखा है *”जिम्मी”*।
वही कलीम ने यह भी बताया कि जब मेरे साथ मेरा तोता जिम्मी ऑफिस जाता है तो वहां के बिजली सहकर्मी तोते को अपने कंधे पर लेना चाहते हैं लेकिन जिम्मी उन लोगों के गर्दन कान काटने लगता है वहीँ तोता जब हमलोगों के साथ रहता है तो बिल्कुल शांत रहता है और परिवार के सदस्य तरह रहता है।