मुंगेर सदर अस्पताल में पिछले साल जेनरेटर के पांच माह का बिल 9.97 लाख के बिल संवेदक के द्वारा दिए जाने के मामले में प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश पर बनी जांच कमिटी की रिर्पोट के आधार पर संवेदक के बिल से 3.38 लाख रूपये की कटौती के बाद भुगतान करने का निर्देश दिया गया है.
दरसल बीते साल सदर अस्पताल के लिये संवेदक के द्वारा पांच माह का जेनरेटर बिल 9.97 लाख दिए जाने का मामला सबसे हाईलाइट मामला रहा. जिसपर खुद तत्कालीन प्रमंडलीय आयुक्त दयानिधान पांडेय द्वारा जिलाधिकारी नवीन कुमार को जांच कमिटी बनाकर मामले की जांच का निर्देश दिया गया था. जिसमें सदर अस्पताल में जेनरेटर संचालित करने वाले संवेदक द्वारा मई से सितंबर 2022 माह तक का बिल 9.97 लाख दिया गया था. वहीं यह मामला मीडिया में आने के बाद मामले पर संज्ञान लेते हुये तत्कालीन प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा जांच का निर्देश दिया गया था. जिसमें जांच के लिये एसडीओ सदर, जिला लेखापाल और जिला उद्योग महाप्रबंधक को निर्देश दिया गया था. वहीं मामले को लेकर 26 नवंबर 2022 को कमिटी द्वारा सदर अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच की गयी थी. सिविल सर्जन डॉ पीएम सहाय द्वारा भेजे गये पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जांच कमिटी की रिर्पोट के अनुसार संवेदक द्वारा कुल 9.97 लाख का बिल दिया गया था. जो बिना जीएसटी का 8,83,673 रूपये है. जिसमें से 3,38,524 रूपये की कटौती करते हुये शेष राशि 5,45,149 रूपये और जीएसटी की राशि का भुगतान किया जाना है. सिविल सर्जन द्वारा यह पत्र 27 मार्च को ही सदर अस्पताल उपाधीक्षक कार्यालय को भेज भुगतान का निर्देश दिया गया ।