नगर निगम सासाराम में आयुक्त और पार्षदों के बीच विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है। एक ईमानदार आईएएस ऑफिसर द्वारा अगर बैठक की वीडियोग्राफी कराई जाती है तो यह बहुत ही अच्छी बात है। इससे नगर निगम के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों की गतिविधियां जनता की नजर में रहेगी। उक्त बातें एनसीपी जिला अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने रविवार को एक प्रेस बयान जारी करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की आवाज अगर जनता तक पहुंचे तो इससे अच्छी बात क्या हो सकती है। बैठक में वीडियो कैमरा को हटाने हेतु हंगामा करना बहुत ही गलत बात है। सासाराम शहर की जनता सबकुछ समझ रही है यह हंगामा क्यों किया जा रहा है। आशुतोष सिंह ने कहा कि बरसात नजदीक है और अब तक न तो मुख्य नाले की सफाई हुई और न हीं गलियों में नालियों की। ऐसे में नगर निगम के पदाधिकारी और मुख्य पार्षद उप मुख्य पार्षद तथा सभी पार्षदों को मिलजुल कर शहर के विकास के लिए काम करना चाहिए। लेकिन नए बोर्ड के गठन के बाद से अब तक कोई भी काम नहीं हुआ है और शहर की जनता पेयजल, गंदगी, जलजमाव, नली-गली, रोड सड़क समेत तमाम असुविधाओं से परेशान है। एनसीपी जिला अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व में हुए घोटालों में सासाराम नगर परिषद के कई अधिकारी और अध्यक्ष जेल जा चुके हैं। इसलिए नए ईमानदार आईएएस अधिकारी सरकारी राशि की चोरी पर लगाम लगाए हुए है। जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि अपना स्वार्थ छोड़ पूरे सासाराम नगर निगम क्षेत्र का विकास करने के लिए सोचे और नगर निगम क्षेत्र की सभी समस्या दूर करें।