भागलपुर,उड़ीसा में ह्रदय विदारक भयानक रेल दुर्घटना की चीत्कार अभी भी जारी है इसी बीच भागलपुर के हृदय स्थल सैंडिस कंपाउंड में बने नए स्विमिंग पुल में एक युवक की मौत हो गई और फिर अगवानी पुल का तास के पत्ते की तरह ढह जाना घोर प्रशानिक लापरवाही और विफलता का संकेत है । बीते दिनों में इसके प्रमुख ज़िम्मेदारी लेते हुए संबंधित लोग इस्तीफा देते हुए दिखते थे लेकिन आज इसकी ज़िम्मेदारी सिर्फ कमजोर और लाचार कर्मचारी पर थोपा जाता है इसी बाबत जीवन जागृति सोसायटी के द्वारा प्रतिकार सभा का आयोजन किया गया जिसमें शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित हुए और अपनी प्रतिक्रिया दी । जिनमे मशहूर आर टी आई कार्यकर्ता अजीत सिंह, बोधी ट्रस्ट के प्रमुख एडवोकेट सुनील कुमार, समाजिक एक्टिविस्ट बाबुल विवेक, संदीप दुबे, राज सिंह एवम अन्य लोगों ने अपने उद्गार व्यक्त किए।
लोगों ने कहा कि सुलतानगंज के पुल टूटने और भागलपुर के स्विमिंग पूल में युवक की डूबने से हुई मौत के तह तक हम पहुंचेंगे और फिर आम जनता और प्रेस के समाने जो तथ्य होंगे उसको रखेंगे। इन दुर्घटनाओं के शीर्ष पर बैठे अधिकारियों मंत्रियों को इसकी ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए और जांच के उपरांत दोषियों में सिर्फ साधारण कर्मचारी ही नहीं वल्कि शीर्ष पदों पर आसीन व्यक्ति भी दोषी करार दिए जाएं।