ऐतिहासिक किला और गंगा घाट के सौन्दर्यीकरण को ले आर्किटेक्ट ने लिया जायजा। डीएम ने किला के जीर्णोद्धार और पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने के लिए पर्यटन विकास निगम को भेजा था पत्र । मुंगेर किला का होगा जीर्णोधार ।
मुंगेर शहर के ऐतिहासिक किला और गंगा घाट को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने और इसका सौन्दर्यीकरण को लेकर पर्यटन विभाग के वास्तुकला संरक्षण विभाग के आर्किटेक्ट की 02 सदस्यीय टीम सर्वे करने मुंगेर पहुंची। कंसल्टेन्ट आर्किटेक्ट ओम दिवाकर के नेतृत्व में पहुंची टीम ने किला के तीनों गेट तथा तीन तरफ फैली खाई का सर्वे किया। साथ ही शहर के कष्टहरणी और बबुआ गंगा घाट का भी सर्वे किया। बता दें कि मुंगेर किला को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने और इसके जीर्णोद्धार को लेकर डीएम मुंगेर नवीन कुमार ने बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम बिहार पटना को पत्र लिखा था। जिसके आलोक में सोमवार को आर्किटेक्ट की टीम पहुंची और किला तथा गंगा घाट का सर्वे कर जायजा लिया। जानकारी के अनुसार तीन तरफ खाई से घिरे किला में नौकाबिहार, खाई के किनारे पौधरोपण, पाथवे के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। किला और गंगा घाट का सर्वे करने के बाद आर्किटेक्ट ओम दिवाकर ने बताया कि किला के तीनों गेट में स्ट्रक्चरल डिफेक्ट है। जिसे पहले दुरूस्त किए जाने की जरूरत है। साथ ही बताया कि पूर्वी किला गेट के नीचे से जलापूर्ति का मोटा पाइप ले जाया गया है जिसे वहां से हटाये जाने की जरूरत है। साथ ही कहा कि किला गेट पर काफी बैनर पोस्टर लगा है जो नहीं रहना चाहिए। उसके पुराने स्वरूप को बरकरार रखने की जरूरत है। गंगा घाटों पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम और पेयजल का इंतजाम करने की जरूरत बताई। आर्किटेक्ट ने कहा कि सर्वे का रिपोर्ट विभाग को सौंप दिया जाएगा। उसके बाद किला के सौन्दर्यीकरण के लिए डीपीआर तैयार किया जाएगा।