भाकपा-माले नगर कमेटी की ओर से 11 सूत्री मांगों को लेकर आरा नगर निगम के समक्ष एकदिवसीय एक दिवसीय धरना दिया गया!यह धरना होल्डिंग टैक्स वसूली का निजीकरण बंद करने,नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच कराने,नगर निगम क्षेत्र में नल-जल योजना के तहत सभी घरों में पानी का प्रबंध करने व इसमें हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने,आउट फाॅल नाला का निर्माण कराने,शहर में जल-जमाव की समस्याओं को दूर करने,शहर में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था ठीक करने,बस स्टैंड में नवनिर्मित सभी दुकानों की आवंटित करने,आरा शहर के सभी 121बंद खाता में शहरी आवास योजना व शौचालय का निर्माण करने,सिंगही स्थित आरा नगर निगम की तीन विगहा जमीन को माफियाओं से मुक्त कर गरीबों के बीच वितरित की जाए,माले नेताओं पर से फर्जी मुकदमा वापस लेने,नगर निगम एरिया में टेम्पू चालकों से प्रतिदिन एक टोकन से पैसा लेने आदि मांगों को धरना आयोजित किया गया!धरना को संबोधित करते हुए भाकपा-माले नेताओं ने कहा कि आरा नगर निगम का चुनाव बीते लगभग 6 माह से ऊपर हो गया है!पिछले नगर निगम चुनाव में शहरवासियों ने पहली बार पांच साल के लिए इन भाजपा नेताओं को मेयर एवं उपमेयर के रूप में सीधे जनता ने चुनकर भेजा है!इसके पहले केवल वार्ड पार्षद ही मेयर एवं उपमेयर का चुनाव का चुनाव करते थे!इस नगर निगम चुनाव में वर्तमान मेयर व उपमेयर ने नगर निगम को भ्रष्टाचार मुक्त व पारदर्शी बनाने का वादा किया था!शहरवासियों को बड़ी उम्मीद जगी थी कि इस बार कुछ नया विकास होगा!लेकिन अभी चुनाव बीते एक वर्ष भी नहीं हुआ कि पहली बार नगर निगम के भ्रष्टाचार के बारे में खुलेआम मेयर एवं उपमेयर प्रतिनिधियों के द्वारा एक दूसरे पर जनता के टैक्स के पैसे का लूट का पर्दाफाश एक दूसरे पर कमीशन और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए सरेआम शहवासियों को देखने को मिला जो बेहद शर्मनाक है!लूट व कमिशनखोरी का ऐसा नंगा नाच पहली बार देखा गया और इस नंगा-नाच में नगर आयुक्त भी पीछे नहीं रहे वे मुकदर्शक बनकर देखते रहे,तो कहीं न कहीं उनकी भी भूमिका संदेह के घेरे में है क्योंकि उनके मिलीभगत के बिना से ये कतई संभव नहीं है!
आरा में पानी के लिए हाहाकार मचा है और शहर में नल-जल योजना चल रहा है लेकिन जहां पाइप बिछा है उन्हें समय पर पानी नहीं मिल रहा है और अभी भी कई मुहल्लों में पाइप तक भी नहीं बिछा है!जल-जमाव व सफाई का तो कहना ही कुछ और है!
वहीं मेयर,उपमेयर एवं नगर आयुक्त ने शहरवासियों से बेतहाशा टैक्स बढ़ाने के लिए एक कानून बना दिया है!इस नये कानून जरिये टैक्स वसूली के लिए प्राइवेट कंपनी को टैडंर कर टैक्स वसूली का निजीकरण किया जा रहा है जो कंपनी अपने मुनाफे के लिए और मनमाने तरीके से जनता से टैक्स का वसूल करेगी यानी कि जनता से प्राइवेट कंपनी द्वारा मनमानी टैक्स वृद्धि के लिए कानून बना दिया गया!इसलिए इस कानून को वापस लेने के लिए शहरवासियों को विरोध करना बेहद जरूरी है!
तो आइए भ्रष्टाचार मुक्त,पारदर्शी व बेतहाशा टैक्स के बोझ से मुक्ति के लिए संघर्ष में भाकपा-माले के एक दिवसीय धरना में शामिल होकर इस संघर्ष को तेज करें!धरना के अंत में भाकपा-माले का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नगर आयुक्त से 11 सूत्री मांग-पत्र वार्ता कर मांग-पत्र सौंपा गया!
धरना में भाकपा-माले केंद्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव, राज्य कमेटी सदस्य विजय ओझा,क्यामुद्दीन अंसारी, शिवप्रकाश रंजन,आरा नगर सचिव दिलराज प्रीतम,जिला कमेटी सदस्य गोपाल प्रसाद,शोभा मंडल,अमित कुमार बंटी,बालमुकुंद चौधरी,दीना जी,अभय कुशवाहा,निरंजन केशरी,राजेंद्र यादव,हरिनाथ राम,वार्ड पार्षद मु०राजन,संगीत सिंह,संतविलास राम,बब्लू गुप्ता, रामाशंकर प्रसाद,कलावती देवी,किरण प्रसाद,पंकज कुशवाहा,तरुण राम,आशा देवी,लगनी देवी,कामता यादव,लव कुमार, बिष्णु पासवान,भोदा यादव,धनंजय सिंह,लालमोहर बिंद,आदि कई लोग शामिल थे!धरना की अध्यक्षता वार्ड पार्षद प्रतिनिधि लल्लू कुमार ने किया!