पूर्वी चम्पारण, मोतिहारी जिले के चकिया,एक साल पूर्व गांधी मैदान में ट्रेनिंग कैंप को लेकर चर्चा में आया था संगठन। एनआइए के रडार में आने के बाद फरार हुआ रेयाज। एनआईए ने छापामारी के दौरान पांच घंटे तक किया पुछताछ। चकिया के कुअवा गांव में छापामारी के दौरान पसरा रहा सन्नाटा।संदिग्ध आतंकी संगठन पीएफआई का चकिया कनेक्शन सामने आने के बाद गुरुवार को हुई एनआईए की छापामारी के बाद स्थानीय लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार अतहर और जलालुद्दीन के साथ चकिया के कुंअवा निवासी रेयाज मॉरूफ का नाम एफआईआर में आने के बाद कुंअवा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।इसको लेकर कोई कुछ भी बोलने से परहेज़ कर रहा है। रेयाज के परिजनो ने भी इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कही है।बताते चलें कि पीएफआई का उद्देश्य इलाके के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र ढाका में संगठन का विस्तार करना था। करीब एक साल पूर्व नगर के गांधी मैदान में आयोजित संगठन के ट्रेनिंग कैंप का विडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद पीएफआई चर्चा मे आया था। जिसमें पीएफआई के एक अन्य स्थानीय सक्रिय सदस्य द्वारा कुछ युवाओं को ट्रेनिंग देते दिखाया गया है। नगर सहित कई जगहों पर संगठन से जुड़े बैनर पोस्टर लगाए जाने की भी बात सामने आई है। खुफिया विभाग के सूत्रों की माने तो रेयाज को संगठन के कई महत्वपूर्ण कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसमें पीएम मोदी के दौरे पर आंतकी घटना को अंजाम देने की साज़िश भी शामिल हैं। रेयाज की इसके पूर्व में भी देश विरोधी कार्यो में संलिप्तता रहने की जानकारी सामने आई है। आरोपी रेयाज मरहूम इस्लामुद्दीन अंसारी का पुत्र बताया जाता है। रेयाज तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर है।इसका बड़ा भाई विदेश रहता है जबकि छोटा भाई कुंअवा स्थित मदरसे में बतौर शिक्षक कार्यरत हैं। आसपास के लोगों ने बताया कि आरोपी रेयाज पहले मुजफ्फरपुर से बैकरी बिस्कुट लाकर चकिया में बेचने का काम करता था।रेयाज का नाम सामने आने के बाद कुंअवा गांव में हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। स्थानीय लोग कुछ बताने से परहेज़ करते दिखाई दे रहे हैं। चकिया थाना के कुँअवा गांव के वार्ड संख्या 13 गुरुवार को पुलिस छावनी मे तब्दील हो गया। अचानक अहले सुबह 6 बजे बडी संख्या मे एनआईए की टीम रेयाज माॅरुफ के घर पहूंच छापामारी मे जूट गई। हालांकि रेयाज मारुफ की तलाश मे पहूंची एनआईए की टीम को कुछ खास सफलता हाथ नही लगी। वहीं रेयाज के घर पर मौजूद रेयाज के शिक्षक भाई रेयाज सराफत से पुलिस ने करीब पांच घंटे तक पुछताछ की। इस दौरान एनआईए की टीम के अधिकारी रेयाज के घर की तलाशी मे जूटे रहे। पुलिस सुत्रों की माने तो रेयाज के घर से टीम ने कुछ किताबें और कागजात जब्त कर अपने साथ ले गई है। पीएफआई से कनेक्शन के बाद चकिया थाना क्षेत्र के कुंअवा गांव निवासी रेयाज मारुफ का नाम चर्चा मे आया था। इधर छापामारी के बाद गांव के लोगों की भीड जूट गई। लोग तरह तरह की चर्चा कर रहे थे। रेयाज मारुफ पीएफआई का राज्य सचिव बताया जाता है। इधर छापामारी के बाद गांव मे सन्नाटा पसरा हुआ है। चकिया थाना क्षेत्र के कुँअवा गांव मे गुरुवार को एनआईए की छापामारी के दौरान पुरे गांव मे सन्नाटा पसरा रहा।स्थानीय लोगों ने बताया कि अहले सुबह ही आधा दर्जन से अधिक गाडी पर सवार होकर पहूंची एनआईए की टीम के साथ सशस्त्र बल को देख लोग अवाक रह गये।लोगों की समझ मे नही आ रहा था कि गांव मे ये कैसी छापामारी चल रही है।हालांकि छापामारी के दौरान रेयाज मारुफ के घर के आसपास किसी को भी पुलिस ने आने से मना कर दिया था।जिस कारण लोग सहमे हुए थे।वहीं कोई कुछ भी बोलने बताने से मना कर रहा था।