मुजफ्फरपुर नाव हादसे पर बिहार विधान परिषद के प्रतिपक्ष नेता हरि सहनी ने गहरी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर का नाव हादसा सरकारी तंत्र के विफलता का नतीजा है। जबकि इसी स्थान पर इससे पूर्व भी कई बार हादसा हो चुकी है। लेकिन बिहार सरकार व स्थानीय प्रशासन अबतक वहां पर पुल का निर्माण नही करवा सकी है। जबकि नाव पर सवार संख्या से प्रतीत होता है कि उस क्षेत्र के आबादी को आवागमन के लिए नाव का ही सहारा है। वहीं उन्होंने कहा कि इस विपत्ति के घड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री को गरीब जनता के संवेदना को समझते हुए कम से कम पुल निर्माण का घोषणा करना चाहिए।
वही प्रतिपक्ष नेता ने कहा कि प्राकृतिक आपदा को कोई नहीं रोक सकता। लेकिन शासन प्रशासन के द्वारा जो सुविधा दिया जा सकता है। वह अगर नहीं मिल पाता हैं तो यह बड़ी दुख की बात है। वही उन्होंने कहा कि इससे पहले भी यहां पर हादसा हो चुका है। वहां के स्थानीय लोगों के द्वारा बार-बार पुल के निर्माण को लेकर आवाज उठाए जाते रहे है। लेकिन आज तक न जाने क्यों बिहार सरकार का इस और ध्यान नहीं जाता है। वही उन्होंने कहा कि इस ओर ध्यान नहीं जाना भी एक अपराध है।
वही नेता प्रतिपक्ष से हरी सहनी ने कहा कि एक नाव पर इतने लोग सवार हो रहे हैं। इसका मतलब वहां आवागमन काफी लोगों का है। काफी लोगों का आना जाना है। वहां के स्थानीय के द्वारा बार-बार पुल निर्माण के लेकर आवाज उठाया भी जा रहा है। इस दुख की घड़ी में बिहार के मुखिया को चाहिए कि आम लोगो की भावना का सम्मान करते हुए पुल निर्माण का आश्वासन दे दे। ताकि लोगो को राहत मिले और इस प्रकार की घटना दोबारा ना घटित हो। वही उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना करते हैं की जो सुरक्षित निकले हैं उसे जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाए।
बताते चले कि बिहार के मुजफ्फरपुर के बेनीवाद ओपी क्षेत्र के मधुरपट्टी घाट पर एक नाव नदी के बीचों बीच हादसे का शिकार हो गई। जिस वक्त नाव हादसा का शिकार हुआ। उस वक्त नाव में करीब 30 बच्चे सवार थे।
नाव हादसे के बाद इलाके में कोहराम मच गया है। अबतक 20 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि कई बच्चे लापता हैं। हादसे के बाद कई बच्चों ने तैरकर अपनी जान बचाई। नाव हादसे की सूचना पर बेनीबाद ओपी पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू में जुटी है। वही शव की तलाश के लिए गोताखोरों को मौके पर बुलाया गया है।