शनिवार को लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने राजधानी पटना में पार्टी के राज्य कार्यालय में झंडा फहराने के बाद नेताओं के साथ बैठक की। बैठक के दौरान चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के विकास के मुद्दों को मैं उठाता रहूंगा। अगर इससे किसी को तकलीफ हो रही है, तो मुझे उसकी चिंता नहीं है। चिराग पासवान ने कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय होना चाहिये। उसमें बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का लोजपा के कार्यक्रम को रखना चाहिये।
इस दौरान चिराग पासवान ने कोरोना की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मौजूदा हालात में चुनाव कराने की स्थिति नहीं है। अगर 6 महीने बाद ही चुनाव होगा तो क्या परेशानी है। चुनाव में जो पैसा सरकार लगायेगी जरूरत है कि उसका इस्तेमाल स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने में लगाये। मेरी प्राथमिकता जनता को स्वस्थ्य रखना होनी चाहिये, चुनाव तो बाद में हो सकता है।
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने आगे कहा कि हमारी पार्टी का गठबंधन भाजपा से है, जदयू बाद में गठबंधन में आया। बिहार सरकार आज भी एनडीए नहीं, महागठबंधन की सरकार की योजनाओं पर ही काम कर रही है।
इस दौरान चिराग पासवान ने राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाने का निर्देश बोर्ड के अध्यक्ष विधायक राजू तिवारी को दिया। लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना जांच बढ़ाने के सुझाव को रीट्वीट किया तो मुझे कालिदास कहा जा रहा है। लेकिन बिहार के विकास के लिए मैं गाली भी सुनने को तैयार हूं।