गया बाबा बागेश्वर के गांव के लोगों का पिंडदान से जुड़ाव गया में स्थित उड़ीसा भवन से है. बाबा बागेश्वर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढा गांव से जुड़े हैं. वहीं, गयापाल पंडा गजाधर लाल कटारिया की मानें, तो छतरपुर के गढा गांव के सारे जजमान उन्हीं के यहां आते हैं. इस गांव के सारे तीर्थयात्री उड़ीसा भवन ही आते हैं और अभी वर्तमान में गजाधर लाल कटारिया के द्वारा ही इस जिला इस गांव के तीर्थ यात्रियों के पितरों के नाम कराए जाने वाले पिंडदान कर्मकांड कराए जाते हैं.
बागेश्वर बाबा के पूर्वज उड़ीसा भवन को पहुंचे थे और संबंधित अपने गयापाल पंडा से पितरों का पिंडदान कराया था और अब बाबा बागेश्वर खुद भी अपने पितरों का पिंडदान करने को गया जी आ रहे हैं. जानकारी के अनुसार 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर तक वे गया में रहेंगे. इस दौरान वे अपने पितरों का पिंडदान का कर्मकांड करेंगे. वहीं, बताया जाता है कि वह विष्णुपद मंदिर में भगवान श्री हरि के दर्शन के अलावे मंगला गौरी और बोधगया महाबोधी मंदिर भी जाकर भगवान बुद्ध को नमन करेंगे. इस तरह पितृ पक्ष मेला 2023 में बाबा बागेश्वर के गया आगमन और उनके द्वारा पितरों के निमित्त पिंडदान किए जाने की खबर के बाद उड़ीसा भवन चर्चा में आ गया है, क्योंकि उनके पूर्वज इसी से जुड़े गया पाल पंडा समाज से अपने पितरों का पिंडदान करते रहे हैं.
इस संबंध में गजाधर लाल कटारिया बताते हैं, कि बड़ी खुशी की बात है, कि बाबा बागेश्वर गया में पितरों का पिंडदान करने को आएंगे. उनके पूर्वज हमारे जजमान रहे हैं. अभी यह जानकारी मिली है, कि बाबा बागेश्वर गया जी पहुंचकर पितरों का पिंडदान कराएंगे तो या काफी खुशी की बात है और पितरों के ऋण से उऋण होने के लिए यह जरूरी भी है.