NEWSPR DESK पटनाः संविधान सभा के प्रथम अध्यक्ष सह आधुनिक बिहार के निर्माता डॉक्टर सच्चिदानंद सिन्हा जी की पुण्यतिथि माह के रूप में भाई सुधाकर की अध्यक्षता में ‘वंचित न्याय सम्मेलन’ का आयोजन भव्य रूप से किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा, बिहार विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता डॉ मदन मोहन झा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक ,वरिष्ठ कांग्रेस नेता नवनीत जयपुरिया, राजेश सिंन्हा ,सूरज सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर व तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
पद्मश्री डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा ने महापुरुष की जीवनी पर विस्तार पूर्वक विचार व्यक्त किया अध्यक्ष भाषण में रचना चक्र के संयोजक भाई सुधाकर ने डॉक्टर सच्चिदानंद सिन्हा जी कृतियों की उपेक्षा पर रोस प्रकट करते हुए कहा कि हमारे बिहार के महान विभूति जिन्होंने सिर्फ बिहार ही नहीं देश के लोकतंत्र के प्रथम अध्यक्ष के रूप में संविधान सभा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि इनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व किसी जाति-धर्म से परे थी, इसलिए श्री सिन्हा जी पर शीघ्र पुस्तक रचना करने की भी बात कही।
भाई सुधाकर ने वांचित न्याय सम्मेलन के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार से डॉक्टर सच्चिदानंद सिन्हा को भारत रत्न,विधानमंडल में आदमकद प्रतिमा स्थापित करने ,पटना विश्वविद्यालय का नाम बदलकर डॉक्टर सच्चिदानंद सिंन्हा विश्वविद्यालय एवं मुरार (डुमरांव) को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिया जाए इन मांगों को रखा। साथ ही भाई सुधाकर ने यह भी कहा कि हम तब तक नहीं बैठेंगे जबतक इन सारी मांगों को पूरी नहीं की जाए। क्योंकि डॉ.सिन्हा संपूर्ण भारतवर्ष की धरोहर हैं।
विधान परिषद में कांग्रेस नेता डॉ मदन मोहन झा ने डॉक्टर सच्चिदानंद सिन्हा को भारत रत्न देने की मांग का समर्थन किया तथा विधान परिषद में इस मांग को जोर-शोर से उठाने का आश्वासन भी दिया। वंचित न्याय सम्मेलन में राज्य भर के विभिन्न जिलों से भारी संख्या में लोग आए हुए थे बक्सर से सुमन श्रीवास्तव विनय श्रीवास्तव आरा से सचिन सिंह बक्सर से संतोष कुमार यादव हाजीपुर से नवल सिंह, रविश श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव तथा इसके बाद इस कार्यक्रम के संयोजक भाई सुधाकर ने सभी का आभार व्यक्त किया तथा पूरे बिहार से आए लोगों के प्रति आभार जताया।