NEWSPR DESK- स्कूल के शिक्षक को ही समाज का शिल्पकार कहा जाता है, अगर शिक्षक ही अपने कर्तव्य का पालन नहीं करें तो समाज का भविष्य क्या होगा। दरअसल, बच्चों को नियमों की पालना का पाठ पढ़ाने वाले क्षेत्र के कई स्कूल संचालक सरे आम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए नन्हे-मुन्ने की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
आपको बताते है की वो क्या गाइडलाइंस है वो बस में फॉलो होनी चहिए।
स्कूल बस पीले कलर की होनी चाहिए।
इसके साथ ही उस पर स्कूल बस जरूर लिखा होना चाहिए।
स्कूल बस में फर्स्ट-एड- बॉक्स होना जरूरी है।
बस की खिड़की में ग्रिल लगी होनी चाहिए।
इसके साथ ही बस में आग बुझाने वाला यंत्र भी लगा होना चाहिए।
स्कूल बस पर स्कूल का नाम और टेलीफोन नंबर भी होना चाहिए।
इसके साथ ही दरवाजों पर ताले लाक भी लगा होना चाहिए।
स्कूल बस में एक अटेंडेंट होना चाहिए।
इसके साथ ही अधिकतम स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा होनी चाहिए।