सिपाही भर्ती परीक्षा में परीक्षा आरंभ होने से 10 मिनट पूर्व परीक्षार्थियों के सामने ही प्रश्न पत्रों का खोला जाएगा पैकेट

Patna Desk

 

NEWSPR DESK -कैमूर,केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा का पांचवां चरण आज रविवार को जिले के आठ परीक्षा केंद्रों पर आयोजित किया जा रहा है। पिछले चार चरणों की तरह प्रशासन पांचवें चरण की परीक्षा भी कदाचार मुक्त एवं शांति पूर्वक सम्पन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रशासनिक स्तर पर किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही है और सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। परीक्षा आरंभ होने से 10 मिनट पूर्व शिक्षकों द्वारा परीक्षार्थियों के सामने ही प्रश्न पत्रों का पैकेट खोला जाएगा। किसी भी परिस्थिति में यूज्ड या अनयूज़्ड ओएमआर शीट अथवा क्वेश्चन बुकलेट केंद्र के बाहर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। कोई भी व्यक्ति परीक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करते हुए पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जायेगा। परीक्षा प्रारंभ होने के बाद किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा भवन, हॉल या कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। कर्तव्य पर प्रतिनियुक्त शिक्षक तथा अन्य कर्मचारी भी वैध कागजात के अतिरिक्त कोई भी अन्य कागजात परीक्षा केंद्र पर नहीं ले जाएंगे। परीक्षा केंद्र पर किसी भी व्यक्ति के पास मोबाइल फोन रखने की अनुमति नहीं दी गई है।

प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर फ्रेंसिंग या जांच के लिए महिलाओं के निजता का ध्यान रखते हुए अलग से व्यवस्था की गई है। गहन जांच प्रक्रिया में अधिक लंबी लाइन हो सकती है इसीलिए निर्धारित समय से परीक्षा केंद्र पर पहुंचने की अपेक्षा की गई है तथा धैर्य और अनुशासन के साथ अपनी बारी का इंतजार करने की आशा की अपील भी प्रशासन द्वारा की गई है। जिले के कुल आठ परीक्षा केंद्रों पर प्रखंड विकास पदाधिकारी स्तर के पदाधिकारी को स्टैटिक मजिस्ट्रेट सह ऑब्जर्बर बनाया गया है तथा उनके सहयोग के लिए इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी पुलिस बल के साथ प्रतिनियुक्त किए गए हैं। स्टेटिक दंडाधिकारी परीक्षा केंद्र पर उपस्थित रहकर स्वच्छ, कदाचार मुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में परीक्षा संपादित करने के लिए जिम्मेदार होंगे। परीक्षा केंद्र पर किसी भी उपद्रव की स्थिति में पुलिस बल के सहयोग से आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

जिले के सभी आठ परीक्षा केंद्र को चार भाग में बांटकर जोनल मजिस्ट्रेट सह समन्वय परीक्षक बनाए गए हैं जिसमें जिले स्तर के वरीय पदाधिकारी लगाए गए हैं। जोनल मजिस्ट्रेट समन्वय आब्जर्वर की भूमिका में अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। इसी प्रकार दो वरीय अधिकारियों को उड़नदस्ता मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है जो पुलिस पदाधिकारी के साथ प्रत्येक केंद्र पर घूम-घूम कर कदाचार मुक्त परीक्षा संपादित कारण करवाने में सहयोग करेंगे।

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