बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं, वहीं एनडीए की ओर से कार्यकर्ता सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में भाजपा ने मंगलवार से “संविधान गौरव अभियान” की शुरुआत की, जिसका आयोजन राज्य के बेतिया, अरवल समेत लगभग छह जिलों में किया गया। यह अभियान पूरे एक साल तक चलेगा, जिसके दौरान पांच बड़े सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
शीर्ष नेताओं की संभावित भागीदारी-
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इन सम्मेलनों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे दिग्गज नेता शामिल हो सकते हैं। पार्टी स्तर पर इनके कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है और जल्द ही आधिकारिक घोषणा होने की संभावना है। इस अभियान के संयोजक और पूर्व विधायक प्रेमरंजन पटेल तथा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी प्रभात मालाकार ने बताया कि भाजपा और केंद्र सरकार द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर को दिए गए सम्मान और संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जनता तक पहुंचाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है।
संविधान गौरव अभियान के प्रमुख कार्यक्रम-
इस अभियान के तहत 21 से 25 जनवरी तक विभिन्न जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आज, 22 जनवरी को गोपालगंज में सम्मेलन होगा, जबकि 23 जनवरी को मोतिहारी, 24 जनवरी को रक्सौल और 25 जनवरी को सीतामढ़ी में सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। जहानाबाद में होने वाले कार्यक्रम में भाजपा एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य की उपस्थिति रहेगी। अन्य जिलों के कार्यक्रमों की तिथियां जल्द घोषित की जाएंगी।महत्वपूर्ण नेताओं की भागीदारीइन आयोजनों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, राज्य और केंद्र सरकार के मंत्री, विधायक, विधान पार्षद सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इस अभियान का उद्देश्य डॉ. आंबेडकर की विचारधारा और संविधान के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता को उजागर करना है, साथ ही पार्टी के सामाजिक समर्थन आधार को मजबूत करना भी इस अभियान का प्रमुख लक्ष्य है।