राजधानी पटना के बेऊर जेल में रविवार को पुलिस ने अचानक छापेमारी की। इस कार्रवाई में दानापुर के एएसपी सहित कई थाना प्रभारी शामिल थे। बताया जा रहा है कि पटना पुलिस ने यह छापेमारी जेल में कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से की। इस ऑपरेशन के तहत दानापुर एएसपी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल जेल परिसर पहुंचा, जिससे वहां बंद कैदियों में हड़कंप मच गया।दरअसल, 21 जनवरी को अनंत सिंह और सोनू-मोनू के बीच गोलीबारी की घटना हुई थी, जिसके बाद अनंत सिंह को बेऊर जेल और सोनू को फुलवारी जेल में शिफ्ट किया गया था।
ऐसे में रविवार शाम को हुई इस छापेमारी के बाद अनंत सिंह को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पुलिस को इस रेड में कोई आपत्तिजनक सामान मिला या नहीं। दानापुर एएसपी ने केवल इतना बताया कि पटना के कई थाना क्षेत्रों की पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की और यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया था।
बेऊर जेल अधीक्षक के ठिकानों पर भी हुई थी छापेमारी-
गौरतलब है कि इससे पहले, 5 जनवरी को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने बेऊर जेल अधीक्षक डॉ. विधु कुमार के विभिन्न ठिकानों पर छापा मारा था। इस जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेल अधीक्षक पर आरोप है कि वे कैदियों पर दबाव बनाकर अवैध रूप से पैसे वसूलते थे। इसके पुख्ता सबूत भी मिले हैं। इतना ही नहीं, दबंग कैदियों को विशेष सुविधाएं देने के बदले में भी उनसे मोटी रकम ली जाती थी। इस भ्रष्टाचार में जेल अधीक्षक के अलावा वार्डर प्रफुल्ल कुमार का भी नाम सामने आया है।यह लगातार दूसरी बार है जब बेऊर जेल को लेकर बड़े स्तर पर पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई देखने को मिली है।