मोतिहारी में एक पति पत्नी के अजब प्रेम की गजब कहानी देंखने को मिली है जहां एक पत्नी के निधन के बाद उसके पति ने एक नई इबादत लिखी व अपने रिटायरमेंट के करीब साठ लाख रुपये खर्च कर बनवा दी उसकी याद में एक भव्य व आकर्षक मंदिर।जी हां जिस प्रकार शाहजहां ने अपनी पत्नी की याद में ताज महल को बनवाकर एक इतिहास लिखा था ठीक उसी प्रकार मोतिहारी के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के भुवन छपरा पंचायत के मधुचाई गाँव के एक पति जिसका नाम रामकिशुन राम है,ने अपनी पत्नी की याद में एक मंदिर का निर्माण करवाया है जिसका उद्घाटन सूबे के पर्यटन मंत्री राजू सिंह ने किया ।
वही इस संबंध में रिटायर पंचायत सचिव रामकिशुन राम ने बताया कि उनकी पत्नी शारदा देवी की मौत आज से छह वर्ष पूर्व हो गई थी ।मेरी पत्नी मेरे लिए साक्षात लक्ष्मी थी और जब मैं मेहनत मजदूरी करता था तो उसने ही मुझे पढ़ाया लिखाया और नौकरी भी दिलवाई जिसके बाद हमलोग हंसी खुशी रहते थे।उनकी मौत के बाद मैं लगभग टूट चुका था लेकिन मुझे लगा कि जिसके कारण मुझे नौकरी लगी व मैंने व मेरे परिवार ने सुखद जीवन जिया क्यों नही उनकी याद में एक मंदिर बनवाया जाय जिसके बाद मैंने तीन साल तक इस मंदिर का निर्माण अपने रिटायरमेंट के पैसे से कराया और आज उसका उद्घाटन मंत्री राजू सिंह जी कर रहे है जिससे मैं काफी खुश हूं।।इस मंदिर में सिर्फ मेरी पत्नी की मूर्ति लगी है ।
वही इस संबंध में पूछे जाने पर मंत्री राजू सिंह ने बताया कि रामकिशुन जी ने समाज मे एक नायाब नमूना पेश किया है और कहा कि ये एक अनोखा मंदिर है इसकी जितनी तारीफ की जाय वो कम है ।।ये मंदिर लोगो को पति पत्नी के प्रेम को दर्शाता रहेगा जहां तक होगा वे इस मंदिर को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे ।
बिहार सरकार निश्चित रूप से ये मंदिर एक पति पत्नी के अटूट रिश्ते व अजब प्रेम की गजब कहानी को दर्शाता है है साथ मे समाज को एक नया व सुखद संदेश भी देता है ।