भीम संवाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दलित सशक्तिकरण पर डाली रोशनी, अशोक चौधरी को सौंपा विशेष जिम्मारविवार को पटना में आयोजित ‘भीम संवाद’ कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर को याद करते हुए उनके योगदान को सम्मान के साथ रेखांकित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि 2005 के बाद से बिहार में दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, महिलाओं और सवर्ण समाज के लिए चलाई गई योजनाओं ने राज्य के सामाजिक ताने-बाने में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव लाया है।कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगी अशोक चौधरी को मंच पर बुलाकर एक अहम जिम्मेदारी सौंपी। सीएम ने मुस्कुराते हुए कहा — “अशोक चौधरी जी, खड़े हो जाइए। देखिए, ये लगातार हमारे साथ हैं और बेहतरीन काम कर रहे हैं।
अब मैं इनसे कहूंगा कि ये प्रदेश के हर कोने में जाकर इस काम को आगे बढ़ाएं और लोगों से संवाद करें।”अशोक चौधरी ने मंच पर खड़े होकर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया और उनकी बातों को गंभीरता से सुना।इससे पहले कार्यक्रम में जदयू की ओर से संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर की जयंती के अवसर पर उनकी स्मृतियों को नमन किया गया।
‘भीम संवाद’ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी, अशोक चौधरी, सुनील कुमार और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित कई जदयू नेता उपस्थित रहे।कार्यक्रम में संजय झा ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर बिहार को पिछड़े दौर में लौटने से बचाना है तो वर्ष 2025 में फिर से नीतीश कुमार की विकास रणनीति पर भरोसा करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2005 के बाद से दलित और अनुसूचित जनजाति वर्ग के कल्याण के लिए जो योजनाएं लागू हुईं, उनसे इस समाज के लोगों की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार आया है।