बिहार में ग्रामीण सड़कों के बड़े नवीनीकरण की योजना, 2025 तक गड्ढामुक्त करने का लक्ष्य

Patna Desk

बिहार की सड़कों को फिर से चकाचक बनाने का बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य सरकार ने ग्रामीण सड़कों के बड़े स्तर पर नवीनीकरण की योजना बनाई है, जिसके तहत 13,452 सड़कों को फिर से दुरुस्त किया जाएगा। ये सड़के पंचवर्षीय रूटीन मेंटेनेंस के बाद अब तक ठीक नहीं की गई थीं, और इनकी कुल लंबाई 23,541 किलोमीटर है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि जून 2025 तक इन सभी सड़कों को गड्ढामुक्त कर दिया जाए।इसके अलावा, 2025-26 के वित्तीय वर्ष में इन सड़कों को पूरी तरह से मजबूत सतह (सरफेस लेयर) तक उन्नत किया जाएगा। यह कार्य मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 14 नवंबर 2024 को मंजूरी दी थी। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण सड़कों की लंबी उम्र और बेहतर रखरखाव सुनिश्चित करना है।सूत्रों के अनुसार, इस कार्यक्रम के तहत सड़कों का दो बार कालीकरण (ब्लैकटॉपिंग) किया जाएगा ताकि सड़क की सतह मजबूत बनी रहे और राइडिंग क्वालिटी में सुधार हो।

साथ ही, सभी संवेदकों को ‘रूरल रोड रिपेयर व्हीकल’ रखने का निर्देश दिया गया है, जिससे सड़क में किसी भी खराबी के मामले में तुरंत मरम्मत की जा सके और यात्रियों को कोई असुविधा न हो।इस योजना के तहत पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने हाल ही में लखीसराय जिले के लिए दो नई सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी। ये परियोजनाएं केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि (CRIF) के तहत बनाई जाएंगी, और इन पर कुल 44 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किया जाएगा। पहली परियोजना में हलसी से मांझवे तक 10.35 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण किया जाएगा, जिसकी लागत 25.96 करोड़ रुपये है। इस सड़क से हलसी, मोहद्दीनगर, सेठना, बेहरांवा, गेरुआपुर संडा, शिवसोना, धीरा और आसपास के गांवों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, और जमुई जिले तक पहुंचना भी आसान होगा। इससे लखीसराय के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को भी बड़ी राहत मिलेगी।

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