बिहार में शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण (टीआरई-3) के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों के लिए राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण राहत की घोषणा की है। अब चयनित शिक्षक 30 जून 2025 तक अपने निर्धारित विद्यालय में योगदान दे सकेंगे। पहले विभाग द्वारा अंतिम तिथि 31 मई 2025 तय की गई थी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में टीआरई-3 में उत्तीर्ण शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे। इसके बाद से इन शिक्षकों की स्कूलों में तैनाती की प्रक्रिया शुरू हुई थी। अब प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को औपचारिक पत्र भेजते हुए संशोधित समयसीमा की जानकारी दी है।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक शेहला ने बताया कि टीआरई-3 के तहत कुल 58,879 उम्मीदवारों का चयन किया गया है। इन अभ्यर्थियों के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान की गई थी और इसके बाद उन्हें स्कूल आवंटित किए गए थे।
शिक्षा विभाग ने शुरुआत में 15 मई से 31 मई तक योगदान देने की अवधि तय की थी, लेकिन कुछ अभ्यर्थियों द्वारा समय पर योगदान न दे पाने के पीछे व्यावहारिक समस्याओं को देखते हुए यह सीमा अब एक महीने आगे बढ़ा दी गई है।
शिक्षा विभाग के इस फैसले से उन उम्मीदवारों को बड़ी राहत मिली है जो किसी व्यक्तिगत या तकनीकी कारण से पहले तय समयसीमा में योगदान नहीं कर सके थे।