पटना – राजधानी पटना के दानापुर अनुमंडल के तहत आने वाले कोथवां गांव में रविवार देर रात पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से पूरा इलाका छावनी में बदल गया। राजद विधायक रीतलाल यादव और उनके करीबियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए गांव में बड़ी छापेमारी की। हालांकि, इस ऑपरेशन में सभी आरोपी फरार रहे, इसलिए किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका।
क्या है पूरा मामला?
खगौल थाना क्षेत्र के एक ठेकेदार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह एक वैध समझौते के तहत अपने प्लॉट पर घर बना रहा था, लेकिन विधायक रीतलाल यादव और उनके साथियों के इशारे पर काम को जबरन रुकवा दिया गया। साथ ही, निर्माणाधीन मकान की चहारदीवारी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दी गई। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने विधायक समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया।
भारी पुलिस फोर्स रही तैनात- डीएसपी फुलवारी शरीफ, दानापुर एसडीपीओ और सिटी एसपी (पश्चिमी) भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में दानापुर, मनेर, खगौल, रूपसपुर, नेउरा, पाटलिपुत्र, शाहपुर, मालसलामी समेत 12 थानों की पुलिस ने विशेष बलों के साथ मिलकर कोथवां गांव में छापेमारी की।
देर रात तक गांव में पुलिस गाड़ियों की आवाजाही से तनाव बना रहा, हालांकि किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।अगली कार्रवाई पर जोरसिटी एसपी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आगे भी दबिश जारी रहेगी। जरूरत पड़ी तो न्यायालय से वारंट लेकर कुर्की-जब्ती जैसी कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। फिलहाल मामले की गहराई से जांच चल रही है।गौरतलब है कि विधायक रीतलाल यादव 17 अप्रैल 2025 को दानापुर कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं और तब से ही जेल में बंद हैं।