पटना में चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या मामले में पटना पुलिस ने एक अहम खुलासा किया है। इस हाई-प्रोफाइल केस को लेकर बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने कहा कि मामले की हर पहलू से गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
DGP ने यह भी स्पष्ट किया कि पीड़ित पक्ष की ओर से लगाए गए आरोपों – खासकर पुलिस के देर से पहुंचने को लेकर – की भी जांच की जा रही है। अगर इसमें किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।गोपाल खेमका को सुरक्षा के तहत जो अंगरक्षक मुहैया कराए गए थे, उसपर भी सवाल उठे हैं। DGP विनय कुमार ने जानकारी दी कि वर्ष 2018 में उन्हें सरकारी सुरक्षा दी गई थी, लेकिन 2024 में वह सुरक्षा हटा ली गई थी। अब इस फैसले की भी समीक्षा की जा रही है।बताया जा रहा है कि खेमका की हत्या उनके ही आवास के पास बाइक सवार अपराधियों द्वारा की गई। उन्हें करीब से गोली मारी गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। यह मामला राजधानी पटना का एक हाई-प्रोफाइल मर्डर केस बन गया है।DGP ने यह भी कहा कि वह स्वयं इस मामले की निगरानी कर रहे हैं और विशेष जांच दल (SIT) को इस काम में लगाया गया है। पुलिस जल्द ही इस पूरे मामले में साजिश और हत्यारों की पहचान कर पूरी जानकारी सार्वजनिक करेगी।