पटना: राजधानी पटना से सटे बिहटा और दानापुर के बीच बन रही एलिवेटेड सड़क पर जल्द ही यातायात शुरू होने की उम्मीद है। शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना और बिहटा स्थित एसडीआरएफ मुख्यालय के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर काम की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने बताया कि करीब 1969 करोड़ रुपये की लागत से बन रही 25.081 किमी लंबी फोरलेन एलिवेटेड सड़क दानापुर रेलवे स्टेशन से शुरू होकर कोईलवर ब्रिज तक जाएगी।
यह पटना-बक्सर फोरलेन परियोजना का एक अहम हिस्सा है, जिससे दानापुर से कोईलवर तक की यात्रा न सिर्फ सुगम होगी बल्कि यह बिहटा हवाई अड्डे से संपर्क को भी बेहतर बनाएगी।परियोजना के तहत चार जगहों – नेऊरागंज, पैनाल, कन्हौली और विशुनपुरा – पर बाईपास का निर्माण भी किया जा रहा है। निर्माण कार्य की शुरुआत 11 मार्च 2024 को हुई थी और इसे सितंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि पहला चरण निर्धारित समय से दो महीने पहले ही पूरा हो चुका है और अब तक 30% से अधिक कार्य पूरा हो चुका है।सड़क निर्माण में कुल 387 पिलर बनाए जाने हैं, जिनमें से 289 पिलर का काम जारी है।
इसके अलावा 4 बड़े पुल, 10 छोटे पुल, 37 पुलिया और एक अंडरपास का निर्माण भी परियोजना में शामिल है।सीएम ने अपने निरीक्षण के दौरान एसडीआरएफ के नए मुख्यालय परिसर का भी जायजा लिया। उन्होंने प्रशासनिक भवन के विभिन्न तलों का अवलोकन किया और परिसर में चल रहे अन्य निर्माणों का भी निरीक्षण किया। इस आधुनिक परिसर में प्रशासनिक भवन, ऑडिटोरियम, प्रशिक्षण केंद्र, स्वीमिंग पूल, जवानों के बैरक, अधिकारियों व चिकित्सकों के आवास सहित खेलकूद की सभी जरूरी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।इस मौके पर कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे, जिनमें भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुदुकलकट्टी, बीएसआरडीसी के एमडी शीर्षत कपिल अशोक और एसडीआरएफ कमांडेंट राजेश कुमार शामिल थे।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और परियोजनाओं को समय से पहले पूरा करने का प्रयास किया जाए।