बड़ी प्रशासनिक हलचल: वैशाली पुलिस विभाग में भारी फेरबदल, सात थानाध्यक्ष और दर्जनों अधिकारियों का तबादला

Jyoti Sinha

वैशाली जिले की पुलिस व्यवस्था में सोमवार की रात एक बड़ा प्रशासनिक धमाका हुआ। एसपी ललित मोहन शर्मा ने कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के उद्देश्य से एक साथ सात थानाध्यक्षों और दर्जनभर से अधिक पुलिस पदाधिकारियों का ट्रांसफर आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के बाद थानों से लेकर सर्किल ऑफिस तक में हड़कंप मच गया है।

नवीन आदेश के तहत सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे 24 घंटे के भीतर अपने नए पदस्थापन स्थल पर योगदान करें, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई तय मानी जाएगी।

एसपी शर्मा ने स्पष्ट किया है कि यह बड़ा कदम आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। चुनावी तैयारियों के तहत अपराध नियंत्रण और लोकल नेटवर्किंग पर शिकंजा कसने के लिए यह व्यापक प्रशासनिक बदलाव जरूरी था।

सूत्रों के मुताबिक, बिदुपुर, नगर, रूस्तमपुर, काजीपुर, गोरौल, गंगाब्रिज और कटहरा थानों सहित कई अंचलों के थानेदारों और पुलिस निरीक्षकों को नई जगहों पर भेजा गया है। अधिकांश अधिकारी पहले ही अपनी जिम्मेदारियाँ छोड़कर नई पोस्टिंग के लिए रवाना हो चुके हैं।

प्रमुख तबादले इस प्रकार हैं:

  • सिकंदर कुमार अब नगर थाना के प्रभारी बनाए गए हैं।
  • रवि कुमार गुप्ता को विशेष कार्य पदाधिकारी, हाजीपुर पुलिस कार्यालय में नियुक्त किया गया है।
  • राज कुमार को लालगंज सर्किल का नया पुलिस निरीक्षक बनाया गया है।
  • राम विनय कुमार को देसरी सर्किल में भेजा गया है।
  • कुमार संतोष रजक को राघोपुर सर्किल की जिम्मेदारी दी गई है।
  • जितेंद्र कुमार अब हाजीपुर पुलिस केंद्र में प्रभारी परिचारी प्रवर के पद पर तैनात रहेंगे।

थानाध्यक्षों के बदले गए नाम इस प्रकार हैं:

  • रवि प्रकाश को बिदुपुर थाना की कमान मिली है।
  • दीपक कुमार को गंगाब्रिज थाना भेजा गया है।
  • कुंदन कुमार सिंह अब काजीपुर थाने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
  • कुमार अभिषेक रूस्तमपुर थाने के नए प्रमुख होंगे।
  • हेमंत कुमार को कटहरा थाना सौंपा गया है।
  • सुनील कुमार गोरौल थाना के नए प्रभारी होंगे।

इन तबादलों को भले ही प्रशासनिक प्रक्रिया कहा जा रहा हो, लेकिन जानकारों का मानना है कि इसके पीछे चुनाव पूर्व सतर्कता, अपराध नियंत्रण, और थानों की कार्यशैली में सुधार लाने का स्पष्ट संदेश छिपा है। कुछ थाना क्षेत्रों में मिली शिकायतों और अपराधों पर नियंत्रण न पाने की स्थिति ने इस कदम को आवश्यक बना दिया।

अब सभी की नजर नए पदस्थापित अधिकारियों पर है कि वे बदलाव की अपेक्षा पर खरे उतरते हैं या फिर अगली तबादला सूची में उनका भी नाम शामिल होगा।

फिलहाल वैशाली पुलिस महकमे में सिर्फ एक ही चर्चा है – “24 घंटे का अल्टीमेटम!”

Share This Article