बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और इसी माहौल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक बार फिर राज्य के दौरे पर आने वाले हैं। पहले उनका पटना आगमन 7 अगस्त को तय था, लेकिन अब कार्यक्रम में बदलाव कर 8 अगस्त को वे दरभंगा होते हुए पुनौराधाम पहुंचेंगे।पहले की योजना के अनुसार उन्हें पटना में भाजपा नेताओं के साथ एक रात्री बैठक करनी थी और अगले दिन सीतामढ़ी में एक कार्यक्रम में शामिल होना था।
लेकिन संशोधित कार्यक्रम के अनुसार अब वे सीधे पुनौराधाम जाएंगे, जहां माता जानकी मंदिर के शिलान्यास समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।यह यात्रा केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इसे राजनीतिक दृष्टि से भी खास माना जा रहा है। चुनाव से पहले धार्मिक स्थलों के दौरे को जनता की आस्था और भावनाओं से जुड़ने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।पुनौराधाम को लेकर राज्य सरकार पहले से ही सक्रिय है।
नवंबर 2024 में बिहार कैबिनेट ने इस क्षेत्र में 50.50 एकड़ भूमि के अधिग्रहण के लिए ₹120 करोड़ से अधिक की स्वीकृति दी थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं इसे बिहार के लिए गर्व का विषय बता चुके हैं और भव्य मंदिर निर्माण की वकालत कर चुके हैं।मंदिर के लिए एक विशेष ट्रस्ट का गठन किया गया है और उसकी संरचना एवं डिज़ाइन भी तैयार हो चुकी है। अब केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मिलकर इस पावन स्थल को एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही हैं।अमित शाह का यह दौरा धर्म, राजनीति और विकास – तीनों आयामों को साथ लेकर चलने वाली रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जहां धार्मिक आस्था के माध्यम से जनता से जुड़ने और आगामी चुनावों के लिए माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है।