रक्षाबंधन के मौके पर बिहार पुलिस मुख्यालय ने महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए एक सख्त और सराहनीय कदम उठाया है। राजधानी पटना में ‘शक्ति सुरक्षा वाहिनी’ नामक विशेष टीम को चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर तैनात किया गया है, ताकि महिला उत्पीड़न, छेड़खानी और फब्तियां कसने जैसी घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई हो सके।यह टीम महिलाओं और छात्राओं से जुड़ी किसी भी शिकायत या सूचना पर तुरंत रिस्पॉन्स देने का काम कर रही है। फिलहाल गांधी मैदान के पूर्वी और पश्चिमी इलाके में दल लगातार गश्त कर रहा है और कोचिंग सेंटर, कॉलेज, स्कूल तथा अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों पर खास नजर रखी जा रही है।
इस समय वाहिनी में 40 कर्मी और अधिकारी तैनात हैं, जिनका नेतृत्व महिला पुलिसकर्मी कर रही हैं। किसी भी महिला या छात्रा को असुरक्षा महसूस होने पर टीम के दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की सुविधा है, जिसके बाद दल तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करता है। अब तक कई कॉल्स पर त्वरित कदम उठाए जा चुके हैं।पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा के अनुसार, “महिलाएं निडर होकर पढ़ाई और नौकरी के लिए घर से निकलें। असामाजिक तत्वों से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें सबक सिखाना ही सही जवाब है। शक्ति सुरक्षा वाहिनी 24 घंटे पटना की सड़कों पर गश्त कर रही है।”यह पहल खासतौर पर छात्राओं और कामकाजी महिलाओं में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा रही है। अब सड़क पर महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। रक्षाबंधन के दिन पटना पुलिस ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून भी उनका सशक्त भाई है, जो हर समय उनकी रक्षा के लिए तैयार है।