भागलपुर और आसपास के इलाकों में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों और निचले इलाकों में पानी भरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। इसी बीच सुल्तानगंज NH-80 पर एक अलग ही नजारा देखने को मिला जहां एक ओर सड़क पर पानी भरने से आने-जाने में राहगीरों को दिक्कत हो रही है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोग इसे मानो ‘मानव वाटर पार्क’ में बदल चुके हैं। बच्चे और युवा पानी में खेलते, नहाते और मस्ती करते नजर आए। माहौल ऐसा था मानो बाढ़ का संकट नहीं, बल्कि कोई उत्सव मनाया जा रहा हो
पत्रकार की कैमरे में यह अनोखा दृश्य कैद होने पर कुछ लोगों ने कहा— “हम बाढ़ से जरूर प्रभावित हैं, लेकिन केवल टेंशन में रहकर जिंदा नहीं रहा जा सकता। हमने सोचा क्यों न इस माहौल को मस्ती में बदल दें।”
फिलहाल, प्रशासन के सामने चुनौती दोहरी है— एक ओर बाढ़ से प्रभावित लोगों की सुरक्षा और राहत कार्य, दूसरी ओर पानी में मस्ती कर रहे लोगों को संभावित खतरे से बचाना। अब देखना होगा कि जिला प्रशासन इस पर कितनी जल्दी कदम उठाता है।