बिहार में मौसम ने अचानक करवट ली है। तेज़ धूप और उमस के बाद अब आसमान में काले बादल छा रहे हैं और जगह-जगह झमाझम बारिश हो रही है। पटना में शुक्रवार को दोपहर और देर रात दोनों समय बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि अगले दो से तीन दिन तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा और लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली।
शुक्रवार की बारिश के आंकड़े
मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को सबसे ज़्यादा बारिश वाल्मिकीनगर में हुई, जहां 53 मिमी पानी गिरा। डेहरी में 49.2 मिमी, अरवल में 12.5 मिमी, छपरा में 8 मिमी और पटना में 7.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा गया, भागलपुर, औरंगाबाद व राजगीर में भी हल्की वर्षा हुई। देर रात से पटना, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज और सारण में लगातार बारिश होती रही।
बारिश की वजह
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस समय मानसून की द्रोणिका (ट्रफ लाइन) गया जिले के ऊपर से गुजर रही है। बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं बारिश को और तेज़ कर रही हैं। अनुमान है कि 25 अगस्त तक यही स्थिति बनी रहेगी, उसके बाद वर्षा की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।
आज इन जिलों में अलर्ट
23 अगस्त को औरंगाबाद, गया, नवादा और कैमूर में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी हुई है। वहीं रोहतास, भोजपुर, बक्सर, पटना और जमुई में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने तेज़ हवाओं और गरज-चमक को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इसके अलावा बेगूसराय और भागलपुर समेत दक्षिण बिहार के अन्य जिलों में भी भारी बारिश की संभावना है। उत्तर बिहार में मध्यम दर्जे की वर्षा हो सकती है।
अब भी कम है बारिश
ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, बिहार में अब तक औसतन 701.5 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन सिर्फ़ 513.8 मिमी ही दर्ज हुई है। यानी 27% की कमी बनी हुई है। कुछ दिन पहले यह अंतर घटकर 20% तक पहुंच गया था, मगर हाल की स्थिति फिर से घाटा बढ़ने की ओर इशारा कर रही है।