बाल श्रम पर रोक लगाने के लिए श्रम संसाधन विभाग लगातार जनजागरूकता अभियान चला रहा है। इसके बावजूद कुछ दुकानदार मामूली लाभ के लिए बच्चों से काम करवाने से पीछे नहीं हटते। ऐसा ही एक मामला धरहरा थाना क्षेत्र के दशरथपुर में सामने आया, जहाँ मिठाई की दुकानों पर नाबालिग बच्चों से काम कराया जा रहा था।श्रम संसाधन विभाग की धावा दल ने एनजीओ और धरहरा पुलिस की मदद से छापेमारी की और 5 बाल मजदूरों को मुक्त कराया।
विभागीय अधिकारी हिमांशु रंजन ने बताया कि इन दुकानों पर लंबे समय से निगरानी रखी जा रही थी। कार्रवाई के बाद दुकानदार विजय कुमार और अजय कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई और दोनों पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।मुक्त कराए गए बच्चों की मेडिकल जांच करवाई गई और उन्हें बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंप दिया गया। बच्चों को तत्काल तीन-तीन हजार रुपये दिए गए, साथ ही उनके नाम पर 25-25 हजार रुपये की एफडी करवाई जाएगी। आगे बच्चों को उनके परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।