बिहार में बाढ़ से हालात बेहद भयावह हो गए हैं। फल्गु नदी में तेज़ उफान के चलते कई इलाकों में पानी भर गया है। जल संसाधन विभाग ने स्थिति को देखते हुए हाई अलर्ट जारी कर दिया है। झारखंड से लगातार भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण गया, जहानाबाद और नालंदा जिले सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं। कई लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं, जबकि कुछ परिवार छतों पर ही दिन गुज़ार रहे हैं।
नालंदा जिले में लोकाइन नदी भी उफान पर है, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। एकंगरसराय-जहानाबाद मुख्य सड़क पर मिल्कीपर गांव के पास पानी बहने लगा है, जिसके चलते वाहनों और लोगों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। इसी तरह एकंगरसराय-मसौढ़ी मार्ग पर ओकरी गांव के पास सड़क पर पानी आने से यातायात प्रभावित है।
कई गांवों का टूटा संपर्क
तटबंध टूटने के कारण नालंदा और जहानाबाद का सीधा संपर्क बाधित हो गया है। खेतों में बाढ़ का पानी घुस जाने से किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। एकंगरसराय और हिलसा क्षेत्र के लगभग 12 गांव डूब गए हैं। मंडाछ-मीनाबाजार रोड पर लालबाग के पास कटाव होने से कई गांव प्रखंड मुख्यालय से कट गए हैं। हिलसा और गयाजी के कई इलाकों का भी बाहर की दुनिया से संपर्क टूट गया है।
दूसरी ओर मुजफ्फरपुर में बागमती नदी रौद्र रूप धारण किए हुए है। रुक-रुककर हो रही बारिश से नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और फिलहाल यह लाल निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पानी की रफ्तार इसी तरह बढ़ती रही तो निचले इलाकों में भारी तबाही मच सकती है। वहीं, बागमती तटबंध दक्षिणी के समीप उपधारा में पानी तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे लोगों की चिंता और गहरी हो गई है।