नालंदा जिले में बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है। एकंगरसराय प्रखंड के केशोपुर पंचायत स्थित केला बिगहा गांव में तेज बहाव के कारण एक मकान धराशायी हो गया। अचानक हुए हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस बार लोकाईन नदी का जलस्तर सामान्य से करीब तीन गुना ज्यादा बढ़ गया है। नदी के तेज बहाव और कटाव की वजह से कई घर खतरे की जद में आ गए हैं। कटाव स्थल पर लगातार मिट्टी धंसने का सिलसिला जारी है, जिससे लोगों की चिंता और बढ़ गई है।
खुले आसमान के नीचे रह रहे लोग
बाढ़ से प्रभावित परिवारों को अपना घर छोड़कर अस्थायी ठिकानों पर शरण लेनी पड़ी है। कई लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं और प्रशासन की ओर से राहत व मदद का इंतजार कर रहे हैं।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तुरंत कटावरोधी उपाय करने और राहत सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत मिल सके और खतरे में फंसे अन्य घरों को भी बचाया जा सके।