बिहार विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग ने कमर कस ली है। इस बार आयोग ने 21 एजेंसियों को चुनाव प्रक्रिया की निगरानी और सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है। ये सभी एजेंसियां पूरे चुनावी अवधि में अलर्ट मोड पर रहेंगी और किसी भी तरह की गड़बड़ी या अवैध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करेंगी।
कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी-
राज्य पुलिस, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) को चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी दी गई है। इनके साथ राज्य निगरानी निदेशालय और स्पेशल इनफोर्समेंट ब्यूरो भी सक्रिय रहेंगे ताकि हिंसा, धमकी या वोटरों को प्रभावित करने जैसी घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाई जा सके।आर्थिक निगरानी पर सख्तीचुनाव के दौरान धनबल के दुरुपयोग को रोकने के लिए आयकर विभाग (IT), प्रवर्तन निदेशालय (ED), RBI, राज्य GST विभाग और आयकर निगरानी निदेशालय को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके अलावा GST, कस्टम विभाग और स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी (SLBC) नकदी और बैंकिंग लेनदेन की गतिविधियों पर पैनी नजर रखेंगे।राज्य मद्यनिषेध विभाग और स्पेशल इनफोर्समेंट ब्यूरो को सीमावर्ती इलाकों में तैनात किया गया है ताकि अवैध शराब, ड्रग्स और अन्य नशे के पदार्थों की आपूर्ति पर रोक लगाई जा सके।परिवहन और संचार पर भी निगरानीराज्य परिवहन विभाग, राज्य विमानन विभाग, नागरिक विमानन ब्यूरो और एयरपोर्ट अथॉरिटी वाहनों और हवाई रूट्स के जरिए होने वाले संदिग्ध आवागमन पर नजर रखेंगे। वहीं पोस्टल विभाग, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और वन विभाग को माल परिवहन, सूचना संचार और बॉर्डर क्षेत्रों की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।
जनता से सहयोग की अपील-
प्रशासन ने कहा है कि सभी एजेंसियों के समन्वय में बिहार विधानसभा चुनाव निष्पक्ष माहौल में संपन्न होगा। साथ ही जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध लेनदेन की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें ताकि लोकतंत्र की पवित्रता और पारदर्शिता बनी रहे।