बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब सियासी हलचल तेज़ होती जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से अपने चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत मुजफ्फरपुर जिले से करने जा रहे हैं। उनकी पहली जनसभा मीनापुर हाई स्कूल मैदान में दोपहर 12 बजे होगी, जबकि दूसरी सभा कांटी विधानसभा क्षेत्र में दोपहर 2 बजे निर्धारित है। इन दोनों सभाओं के साथ ही जेडीयू का राज्यव्यापी प्रचार अभियान औपचारिक रूप से शुरू हो जाएगा।
मीनापुर से शुरुआत क्यों?
मीनापुर को चुनावी यात्रा की पहली मंज़िल बनाने के पीछे जेडीयू की स्पष्ट रणनीति है। यह सीट पारंपरिक रूप से राजद और जेडीयू के बीच कड़े मुकाबले वाली रही है। स्थानीय नेताओं के मुताबिक, मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। आसपास के क्षेत्रों — कटरा, पारू, बोचहां और सकरा — से भी बड़ी संख्या में समर्थकों के पहुंचने की उम्मीद है।
मीनापुर की जनसभा के बाद मुख्यमंत्री का काफिला कांटी विधानसभा पहुंचेगा, जो औद्योगिक दृष्टि से अहम इलाका है और लंबे समय से राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है। यहां वे पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में जनता को संबोधित करेंगे।
जेडीयू ने जारी की स्टार प्रचारकों की सूची
जेडीयू ने अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी जारी कर दी है। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ललन सिंह, अशोक चौधरी, विजय चौधरी और संजय झा जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उत्तर बिहार की राजनीति में मुजफ्फरपुर की भूमिका बेहद अहम है। इसलिए यहां से प्रचार की शुरुआत कर जेडीयू अपने संगठनात्मक मजबूती का संदेश देना चाहती है।
मीनापुर और कांटी में दिलचस्प मुकाबला
मीनापुर सीट पर इस बार मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है। यह सीट फिलहाल राजद विधायक मुन्ना यादव के कब्जे में है, जो लगातार दो बार जीत दर्ज कर चुके हैं। राजद ने इस बार भी उन पर भरोसा जताते हुए हैट्रिक की चुनौती दी है।
वहीं दूसरी ओर एनडीए ने जेडीयू उम्मीदवार अजय कुशवाहा को मैदान में उतारा है। इस बार मीनापुर में दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद की जा रही है।
कांटी विधानसभा में भी मुकाबला दिलचस्प बनता दिख रहा है। यहां राजद ने अपने मौजूदा विधायक इसरायल मंसूरी को फिर से टिकट दिया है, जबकि एनडीए ने जेडीयू प्रत्याशी ई. अजीत कुमार को मौका दिया है। पिछली बार अजीत कुमार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दूसरे स्थान पर रहे थे।
आगे की रणनीति
21 अक्टूबर की इन दो जनसभाओं के बाद नीतीश कुमार का चुनावी दौरा सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, पटना, गया, भागलपुर और पूर्णिया तक फैलेगा।
जेडीयू की यह शुरुआत न केवल चुनाव प्रचार की दिशा तय करेगी, बल्कि यह भी संकेत देगी कि इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किस रणनीति के साथ मैदान में उतर रहे हैं।